कहां हैं भाजपा नेता प्रीतम सिंह किसान? 22 दिन से लापता, सस्पेंस बरकरार; परिजनों-पुलिस के बयान कह रहे अलग कहानी

राष्ट्रीय जजमेंट

हमीरपुर: धनतेरस की रात पेट्रोल पंप पर हुए विवाद और फायरिंग के बाद से लापता भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रीतम सिंह किसान का सुराग 23 दिन बाद भी नहीं लग सका है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद उन्हें बेटे की सुपुर्दगी में छोड़ा गया था, जबकि परिजन पुलिस पर ही उनको गायब करने का आरोप लगा रहे हैं. मामला अब इलाहाबाद हाईकोर्ट की निगरानी में है, जहां अगली सुनवाई 13 नवंबर को होगी.हाईकोर्ट के निर्देश पर रविवार को सीजेएम की मौजूदगी में पुलिस ने राठ कस्बे के लोधी रोड स्थित किसान टावर स्थित भाजपा नेता के आवास पर दबिश दी. अपर एसपी मनोज गुप्ता, सीओ राजीव प्रताप सिंह, कोतवाल अमित कुमार, मझगवां इंस्पेक्टर दिनेश पांडेय और मुस्करा इंस्पेक्टर योगेश तिवारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. करीब 20 मिनट तक चली सघन तलाशी के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला और टीम खाली हाथ लौट आई.धनतेरस की रात पेट्रोल पंप पर क्या हुआ था: 18 अक्तूबर की रात राठ कस्बे में मेला चल रहा था. उसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि भाजपा नेता प्रीतम सिंह किसान के पेट्रोल पंप पर मारपीट और फायरिंग हुई है. जांच में सामने आया कि पेट्रोल भरवाने आए 5 युवकों से ऑनलाइन भुगतान में नेटवर्क समस्या को लेकर कहासुनी हुई थी. इस दौरान प्रीतम सिंह किसान ने लाइसेंसी राइफल से फायर कर दिया था, जिससे अफरा-तफरी मच गई थी.पेट्रोल पंप पर फायरिंग में 3 लोग हुए थे घायल: पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से एक राइफल, रिवॉल्वर और एक खोखा बरामद किया. फायरिंग में विपक्षी 3 लोग घायल हुए थे, जिन्हें इलाज के लिए भेजा गया. इसके बाद दोनों पक्षों को कोतवाली ले जाया गया. पूछताछ के बाद आपसी सुलह के आधार पर सुलहनामा और सुपुर्दगीनामा तैयार किया गया. पुलिस के पास इन दस्तावेजों की प्रति और पूछताछ कक्ष की फोटो मौजूद हैं.भाजपा नेता के भाई ने पुलिस पर गायब करने का लगाया आरोप: प्रीतम सिंह किसान के भाई अधिवक्ता वीर सिंह राजपूत ने आरोप लगाया कि पुलिस पूछताछ के बाद उन्हें गायब कर चुकी है. इस पर उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसके बाद कोर्ट ने प्रीतम सिंह किसान को बरामद करने के आदेश दिए. 31 अक्टूबर को पुलिस ने पेट्रोल पंप के कमरे का ताला तोड़कर तलाशी ली थी, जिस पर परिजनों ने आपत्ति जताई.भाजपा नेता के बेटे ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप: इसी के बाद हाईकोर्ट ने निर्देश दिया कि आगे की सभी तलाशी सीजेएम की उपस्थिति में की जाए. भाजपा नेता के बेटे राघवेंद्र राजपूत का कहना है कि पुलिस ने मेरे पिता को गायब किया है और अब परिवार को झूठे तरीके से परेशान किया जा रहा है.कोर्ट के आदेश के बाद से भाजपा नेता का मोबाइल बंद: राठ क्षेत्राधिकारी राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि 26 अक्टूबर तक प्रीतम सिंह किसान की परिजनों और परिचितों से बातचीत होती रही. 31 अक्टूबर तक उनका मोबाइल फोन सक्रिय था, लेकिन कोर्ट के आदेश आने के बाद उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से फोन बंद कर दिया. अंतिम लोकेशन उनकी पेट्रोल पंप की मिली.

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