दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन क्लीन स्वीप: वेस्टर्न रेंज में 600 पुलिसवालों की मेगा रेड, 260 अफ्रीकी गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की वेस्टर्न रेंज ने ड्रग्स के खिलाफ जंग को और तेज करते हुए रविवार को ऐतिहासिक कार्रवाई की। ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’ के तहत द्वारका, वेस्ट और आउटर जिले में एक साथ छापेमारी कर 260 अफ्रीकी नागरिकों को हिरासत में लिया गया। इनमें से अधिकांश के वीजा खत्म हो चुके थे या अवैध रूप से रह रहे थे। कई के पास से ड्रग्स भी बरामद हुई। पुलिस ने 26 एनडीपीएस एक्ट और 14 फॉरेनर्स एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए। 25 से ज्यादा मकान मालिकों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

वेस्टर्न रेंज के ज्वाइंट सीपी जतिन नरवाल ने बताया कि स्पेशल सीपी मद्दूप तिवारी के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया। डीसीपी द्वारका अंकित सिंह, डीसीपी वेस्ट दारादे शरद भास्कर और डीसीपी आउटर सचिन शर्मा के नेतृत्व में 30 टीमों ने 600 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ बिंदापुर, डाबरी, उत्तम नगर, मोहन गार्डन, तिलक नगर और निहाल विहार में एक साथ दबिश दी।

ज्वाइंट सीपी ने बताया कि अभियान की तैयारियों में इलाकों की मैपिंग की गई थी। एसीपी डाबरी राज कुमार, एसीपी नजफगढ़ प्रकाश कुमार, एसीपी तिलक नगर गरिमा तिवारी और एसीपी ऑप्स जय प्रकाश की अगुवाई में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार (एएटीएस), इंस्पेक्टर सुभाष चंद (एंटी नारकोटिक्स), इंस्पेक्टर विशवेंद्र (स्पेशल स्टाफ) समेत तमाम थाना प्रभारी और जवानों ने मोर्चा संभाला।

छापेमारी में द्वारका जिले से 210, तिलक नगर से 45 और आउटर जिले से 21 अफ्रीकी नागरिक पकड़े गए। इनमें 210 पुरुष, 68 महिलाएं और 9 नाबालिग शामिल हैं। 6 भारतीय नागरिक भी ड्रग्स के साथ धरे गए। देशवार बंटवारे में नाइजीरिया के 276, आइवरी कोस्ट के 9, लाइबेरिया के 2, सेनेगल का 1, सिएरा लियोन के 3, घाना के 4, कैमरून के 3, युगांडा, केन्या और जिम्बाब्वे का 1-1 नागरिक शामिल है। कुछ के पास वैध वीजा-पासपोर्ट मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया।

कार्रवाई के दौरान अफ्रीकी नागरिकों में आपसी झगड़ा हुआ, जिस पर 49 लोगों के खिलाफ 126/170 बीएनएसएस के तहत निवारक कार्रवाई की गई। पुलिस ने मकान मालिकों को चेतावनी दी है कि विदेशी किरायेदार रखने पर फॉर्म-2 भरना अनिवार्य है। उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।

ज्वाइंट सीपी जतिन नरवाल ने कहा, “यह अभियान समय-समय पर चलेगा। अवैध प्रवासियों की छंटनी और ड्रग्स की सप्लाई चेन तोड़ने के लिए जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहे हैं।” सभी गिरफ्तार अफ्रीकियों के दस्तावेजों की जांच के बाद डिपोर्टेशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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