20 लाख की चावल ठगी का भंडाफोड़, ओडिशा से दो धोखेबाज गिरफ्तार; फर्जी कंपनी के नाम पर उड़ाए लाखों

नई दिल्ली: उत्तर-पश्चिम दिल्ली के सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने 20 लाख रुपये की चावल ठगी के बड़े फ्रॉड को सुलझाते हुए दो शातिर ठगों को भुवनेश्वर (ओडिशा) से धर दबोचा। आरोपी खुद को प्रतिष्ठित कंपनी ‘स्मार्टवैल्यू लिमिटेड’ का अधिकारी बताकर व्यापारी को चूना लगाते थे। फर्जी दस्तावेज और मुहरों का इस्तेमाल कर उन्होंने 20 लाख का चावल हड़प लिया और भुगतान के नाम पर गायब हो गए।

उत्तर-पश्चिम जिले के डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि पीड़ित व्यापारी पिछले 15 साल से ‘एमपीडी रिटेल’ फर्म चलाते हैं। आरोपियों दीपक कुमार, बसुदेव स्वैन और उनके साथी अमित कुमार सिंह ने खुद को स्मार्टवैल्यू कंपनी का प्रतिनिधि बताकर संपर्क किया। कहा कि परीक्षण और भविष्य में बड़े ऑर्डर के लिए चावल चाहिए। विश्वास जीतकर विधिवत बिलों के साथ करीब 20 लाख रुपये का माल सप्लाई कराया गया। इसके बाद फोन बंद कर दिया।

जब सत्यापन हुआ तो खुलासा हुआ कि आरोपी कंपनी से जुड़े ही नहीं। फर्जी लेटरहेड, मुहर और दस्तावेज बनवाकर ठगी की साजिश रची गई। चावल कब्जे में लेकर कालाबाजारी में बेच डाला। व्यापारी ने ठगी, जालसाजी और साजिश की शिकायत दर्ज कराई। बीती 12 जुलाई को सुभाष प्लेस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। जांच में कंपनी को नोटिस भेजा गया। स्मार्टवैल्यू के अधिकृत प्रतिनिधि गौरव सिंह ने स्पष्ट किया कि दीपक और बसुदेव उनके कर्मचारी या प्रतिनिधि नहीं हैं।

डीसीपी भीष्म सिंह के निर्देश पर एसीपी सृष्टि भट्ट की निगरानी में इंस्पेक्टर तेजपाल सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई। टीम ने भुवनेश्वर और कानपुर में छापेमारी की। तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर थाना खरवेल नगर क्षेत्र से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान लखनऊ निवासी बसुदेव स्वैन (35) और वाराणसी निवासी दीपक कुमार (40) के रूप में हुई हैं। पूछताछ में ठगों ने कबूल किया कि आसान पैसे कमाने के लालच में अपराध की राह अपनाई। पुलिस अब आरोपियों के नेटवर्क, अन्य ठगी के मामलों और ठगे गए माल की बरामदगी पर काम कर रही है।

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