परीक्षा में खराब प्रदर्शन के डर से घर छोड़ा, ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत पुलिस ने परिजनों से मिलाया

नई दिल्ली: दिल्ली में लापता बच्चों की तलाश के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन मिलाप’ ने एक बार फिर मानवता की मिसाल कायम की। उत्तर दिल्ली के रूप नगर थाना क्षेत्र में 14 वर्षीय स्कूली छात्र अचानक गायब हो गया था, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सीसीटीवी की पैनी नजर ने महज 24 घंटे के अंदर उसे सकुशल परिजनों से मिला दिया। कमजोर पढ़ाई के डर से घर न लौटने वाला किशोर नानक पियाऊ गुरुद्वारे में भूखे पेट भोजन की तलाश में पहुंच गया था।

उतरी जिले के डीसीपी राजा बंठिया ने बताया कि 3 नवंबर को दयालपुर निवासी डी.एस. रावत ने रूप नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनका 14 साल का बेटा सुबह स्कूल जाने के बाद अचानक लापता हो गया। वह स्कूल के मुख्य गेट से गायब हो गया था। शिकायत पर धारा 137(2) बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज की गई और जांच एएसआई कपिल यादव को सौंपी गई।

मामले की गंभीरता को भांपते हुए उत्तर जिला डीसीपी राजा बंठिया के निर्देश पर तुरंत विशेष टीम गठित की गई। टीम ने इलाके में व्यापक तलाश अभियान चलाया। स्कूल, ट्यूशन सेंटर और दोस्तों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद टीम ने 50-60 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। आखिरकार राणा प्रताप बाग स्थित नानक पियाऊ गुरुद्वारे के पास किशोर की आखिरी लोकेशन मिली।

पुलिस ने गुरुद्वारे में छानबीन की तो किशोर वहां मिल गया। पूछताछ में पता चला कि वह पढ़ाई में कमजोर था और हालिया परीक्षा में खराब प्रदर्शन के डर से स्कूल से भाग गया। सुबह स्कूल पहुंचकर गेट से ही लौट आया और भटकता रहा। भूख लगने पर गुरुद्वारे में लंगर खाने पहुंचा। ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत किशोर को उचित सत्यापन के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस टीम का आभार जताया।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More