मुंबई क्राइम ब्रांच के डीएसपी बनकर बुजुर्ग से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर की 3 लाख की ठगी, गुजरात से दो गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिला साइबर थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए “डिजिटल अरेस्ट” के जरिए 64 वर्षीय बुजुर्ग से 3 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने मुंबई क्राइम ब्रांच के डीएसपी बनकर पीड़ित को डराया और उसके पेंशन खाते की जांच के बहाने ठगी की।

पुलिस के अनुसार, दिल्ली निवासी ब्रह्मा सिंह (64 वर्ष), ने 22 अगस्त 2025 को शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने बताया कि 6 दिसंबर 2024 को उन्हें व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का डीएसपी बताया। कॉलर ने धमकाया कि उनके नाम से बैंक खातों का उपयोग ठगी की रकम के लिए किया जा रहा है। पेंशन खाते की जांच के बहाने, कॉलर ने पीड़ित को 3 लाख रुपये एक बैंक खाते में ट्रांसफर करने को कहा और आश्वासन दिया कि जांच के बाद रकम वापस कर दी जाएगी। दबाव में आकर पीड़ित ने राशि ट्रांसफर कर दी, लेकिन बाद में उन्हें ठगी का अहसास हुआ।

शिकायत के आधार पर साइबर थाने में बीएनएस की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर राहुल, थाना प्रभारी साइबर, के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने जांच शुरू की। जांच के दौरान लाभार्थी खाताधारक की पहचान कोडिनार निवासी वला विशाल भाई के रूप में हुई। पता चला कि ठगी की रकम चेक के जरिए निकाली गई थी। पुलिस ने छापेमारी कर वला विशाल भाई (24 वर्ष) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपराध में अपनी भूमिका स्वीकार की और अपने साथी कोडिनार निवासी वजा हिरेन (22 वर्ष) का नाम उजागर किया। पुलिस ने हिरेन को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से अपराध में इस्तेमाल मोबाइल हैंडसेट और सिम कार्ड बरामद किया गया। पुलिस ने बताया कि मामले की गहन जांच जारी है ताकि इस साइबर ठगी के नेटवर्क का और पर्दाफाश किया जा सके।

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