फरीदाबाद में साइबर ठगों पर शिकंजा, चार मामलों में सात गिरफ्तार

फरीदाबाद: फरीदाबाद पुलिस ने साइबर ठगी के चार अलग-अलग मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन मामलों में शेयर मार्केट निवेश, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी और क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल खातों और अन्य सामग्री को बरामद कर लिया है, और सभी मामले साइबर थानों में दर्ज किए गए हैं।

ट्रेडिंग के नाम पर 4.92 लाख की ठगी, खाताधारक गिरफ्तार

चावला कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना बल्लभगढ़ में शिकायत दर्ज की कि इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन लिंक के जरिए वह एक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हुआ, जहां उसे शेयर मार्केट में निवेश के लिए प्रेरित किया गया। उसने 4,92,000 रुपये ट्रेडिंग अकाउंट में जमा किए, लेकिन कोई रिटर्न नहीं मिला। साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने हिसार, हरियाणा निवासी राजेश कुमार (36) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि राजेश ने अपना बैंक खाता ठगों को उपलब्ध कराया था, जिसमें 1,52,000 रुपये की ठगी राशि जमा हुई थी। आरोपी पुरानी गाड़ियां खरीदने-बेचने का काम करता है और इलेक्ट्रॉनिक्स में पॉलिटेक्निक डिप्लोमा धारक है। उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर 4 लाख की ठगी

राम कॉलोनी, सरूरपुर निवासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना एनआईटी में शिकायत की कि उसने एक्सा लाइफ इंश्योरेंस से पॉलिसी ली थी, लेकिन दो साल बाद किस्त जमा करने में असमर्थ होने पर उसे भारतीय एक्सा लाइफ इंश्योरेंस लोकपाल के नाम से फोन आया। कॉलर ने उसे बातों में उलझाकर 4,00,000 रुपये ट्रांसफर करवा लिए। साइबर थाना एनआईटी ने विजय कुमार, निवासी हबीबपुर सीकरी, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश, को गिरफ्तार किया। पूछताछ में विजय ने बताया कि उसने अपने मामा सचिन कुमार का खाता ठगों को दिया था। इस मामले में सचिन सहित छह अन्य आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। विजय, जो 10वीं पास है और बहादुरगढ़ में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम करता है, को जेल भेज दिया गया है।

शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर 2.45 लाख की ठगी

नेहरू ग्राउंड निवासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना एनआईटी में शिकायत दर्ज की कि फेसबुक पर एक महिला के मैसेज के बाद उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां शेयर मार्केट में निवेश के लिए प्रेरित किया गया। उसने 2,45,000 रुपये निवेश किए, लेकिन कोई रिटर्न नहीं मिला। साइबर थाना एनआईटी की टीम ने तीन आरोपियों शैलेश तिवारी (48), निवासी भटपुर, हरदोई, उत्तर प्रदेश, हुजैफा (27), निवासी किशोर गंज, लखनऊ, और अंकित (30), निवासी अलीगंज, लखनऊ को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि अंकित ने रियाज अहमद का खाता हुजैफा को दिया, जिसे शैलेश ने टेलीग्राम के जरिए ठगों को उपलब्ध कराया। रियाज को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अंकित बी.एससी. पास है और ट्यूशन पढ़ाता है, हुजैफा फर्नीचर की दुकान पर काम करता है, जबकि शैलेश इलेक्ट्रॉनिक सामान ठीक करने का व्यवसाय करता है। तीनों को जेल भेज दिया गया है।

क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन के नाम पर 95,000 रुपये की ठगी

भारत कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत की कि उसे कोटक महिंद्रा बैंक कर्मचारी बताने वाले एक कॉलर ने क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन के लिए एक ऐप का लिंक भेजा। ऐप डाउनलोड करने के बाद उसके खाते से 95,000 रुपये कट गए। साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने अखिल तंवर (30), निवासी जय विहार फेज-1, दिल्ली, को गिरफ्तार किया। पूछताछ में अखिल ने स्वीकार किया कि उसने शिकायतकर्ता को कॉल कर ऐप का लिंक भेजा था। वह बीबीए पास है और गुरुग्राम में कपड़े सिलने की वर्कशॉप चलाता है। उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया।

फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि साइबर ठगी के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी है। सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं, और जांच में अन्य संलिप्त लोगों की तलाश की जा रही है। उन्होंने आमजन से अपील की कि अनजान लिंक पर क्लिक करने, व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने या फोन कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।

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