हड्डियों को ‘तोड़ रहा’ जिम वर्कआउट; हर माह 60-70 युवाओं को मिल रहा स्लिप डिस्क-लकवे का दर्द

राष्ट्रीय जजमेंट 

लखनऊ: अक्सर आपने सुना होगा कि जिम में वर्कआउट करते-करते किसी की मौत हो गई. ऐसा कई सेलिब्रिटी के साथ भी हुआ है, जिसमें हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव भी शामिल हैं. हार्टअटैक के साथ ही जिम में गलत वर्कआउट से युवाओं की रीढ़ की हड्डी को तेजी से नुकसान हो रहा है.जिम में गलत तरीके से भारी वजन उठाने से युवाओं में स्लिप डिस्क, पीठ दर्द और लकवा जैसी समस्याएं पैदा हो रही हैं. यह चिंता केजीएमयू आर्थोपैडिक्स विभाग के डॉ. शाह वलीउल्लाह ने जाहिर की है.
युवाओं में बीमारी, आरामतलबी, मोटापा व फास्ट फूड की देन: स्पाइन कॉनक्लेव में डॉ. शाह वलीउल्लाह ने कहा कि हम हर महीने 35 साल से कम उम्र के 60 से 70 युवा मरीजों में रीढ़ की हड्डी की समस्याओं जैसे लम्बर डिस्क फ्रैक्चर, लिस्थेसिस और स्टेनोसिस के साथ देखते हैं. इसके लिए आरामतलबी, मोटापा व फास्ट फूड जिम्मेदार हैं.काफी मरीज जिम में भारी वजन को उठाने की वजह से बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. यह गंभीर चिंता का विषय है. ऐसे मरीजों का समय पर इलाज जरूरी है. क्योंकि 90 प्रतिशत मरीजों का इलाज दवा और जीवनशैली में बदलाव से मुमकिन है. केवल 10 प्रतिशत मरीजों में ही ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है.ट्रेनर की निगरानी में ही करें जिम: ऑर्थोपेडिक्स विभाग के डॉ. शैलेंद्र सिंह ने बताया कि प्रशिक्षित ट्रेनर की निगरानी में ही जिम में कसरत करनी चाहिए. क्षमता से अधिक वजन उठाने से बचना चाहिए. भारी वजन से शुरुआत करने के बजाय धीरे-धीरे वजन बढ़ाना नुकसान से बचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. तली-भुनी वस्तु व फास्ट फूड के सेवन बचें. इससे बीमारी पनपने का खतरा बढ़ जाता है.
जीवनशैली में बदलाव की जरूरत: यूपीयूएमएस सैफई के कुलपति डॉ. अजय सिंह ने बताया कि रीढ़ की हड्डी की समस्याओं को कम करने के लिए जीवनशैली में बदलाव लाने की जरूरत है. लंबे समय तक बैठने से बचें. बीच-बीच में टहलें. स्वस्थ शरीर के लिए सही वजन बनाए रखें. कार्यस्थल पर सही मुद्रा में बैठें.उन्होंने बताया कि ओपीडी में 70 प्रतिशत मरीज पीठ दर्द के आते हैं. पीठ दर्द केवल एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्या नहीं, बल्कि एक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा है, जिसके लिए जागरूकता और देखभाल अत्यंत महत्वपूर्ण है.

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More