दिल्ली के द्वारका में पुलिस की कार्रवाई मेंअवैध शराब, चोरी और जालसाजी के आरोपियों पर शिकंजा

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका जिले में पुलिस ने अपराध और अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए तीन अलग-अलग ऑपरेशनों में शानदार सफलता हासिल की है। मोहन गार्डन, नजफगढ़ और बिंदापुर थानों की सतर्क टीमें ने एक नाबालिग को अवैध शराब और चोरी की स्कूटी के साथ, एक जालसाजी की आरोपी महिला को, और एक चोर को बटन चाकू व चोरी की स्कूटी के साथ गिरफ्तार किया। इन कार्रवाइयों में तीन कार्टन अवैध शराब, दो चोरी की स्कूटी, एक बटन चाकू और अन्य सामान बरामद किए गए। डीसीपी अंकित सिंह के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में गश्त, खुफिया जानकारी और समुदाय के सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया।

 मोहन गार्डन में अवैध शराब के साथ नाबालिग पकड़ा

10 सितंबर की रात करीब 11:18 बजे, मोहन गार्डन थाने की गश्ती टीम, जिसमें हेड कांस्टेबल रोशन लाल और कांस्टेबल संजीव कुमार शामिल थे, 40 फुटा रोड, शिव शक्ति प्रॉपर्टी के पास गश्त कर रही थी। तभी एक व्यक्ति स्कूटी पर आता दिखा, जो पुलिस को देखकर अचानक यू-टर्न लेकर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने तुरंत पीछा कर उसे धर दबोचा। तलाशी में उसके पास से तीन कार्टन अवैध शराब बरामद हुई। स्कूटी की जांच करने पर पता चला कि यह डीबीजी रोड थाने में दर्ज ई-एफआईआर के तहत चोरी की गई थी। पूछताछ में व्यक्ति की पहचान एक नाबालिग के रूप में हुई। उसके खिलाफ दिल्ली एक्साइज एक्ट की धारा 33/38/58 के तहत डीडी नंबर 76-A, 11 सितंबर को दर्ज किया गया। नाबालिग को हिरासत में लिया गया और जांच जारी है।

नजफगढ़ में पांच साल से फरार जालसाज महिला गिरफ्तार

द्वारका जिले की एंटी-बर्गलरी सेल ने एक महिला भगोड़े, उत्तम नगर निवासी सुमन (48 वर्ष) को गिरफ्तार किया, जो पांच साल से फरार थी। सुमन को 20 फरवरी 2024 को द्वारका कोर्ट की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट समीक्षा गुप्ता ने नजफगढ़ थाने में दर्ज एफआईआर के तहत भगोड़ा घोषित किया था। डीसीपी अंकित सिंह के निर्देश पर गठित एंटी-बर्गलरी सेल की टीम, जिसमें इंस्पेक्टर विवेक मैंदोला, सब-इंस्पेक्टर विनोद, सहायक सब-इंस्पेक्टर राजेश कुमार, महिला हेड कांस्टेबल सोनिया, हेड कांस्टेबल संदीप और कांस्टेबल राहुल शामिल थे, ने सुमन को ट्रैक किया।

टीम ने सुमन के आधार कार्ड से जुड़े नए मोबाइल नंबर का पता लगाया और कॉल डिटेल रिकॉर्ड के विश्लेषण से एक फूड डिलीवरी ऐप के जरिए उसका ठिकाना पता किया। डिलीवरी कंपनी से मिले पते के आधार पर लक्ष्मी विहार, मोहन गार्डन में छापा मारकर सुमन को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सुमन ने बताया कि पति की मृत्यु के बाद चार बेटियों की जिम्मेदारी के चलते उसने 2018 में एक ही प्लॉट को सरदार कुलवंत सिंह और फिर योगेश कुमार व दीपक गहलोत को बेच दिया, लेकिन दस्तावेजों में जालसाजी से इनकार किया। सुमन के खिलाफ पहले भी 2018 में इसी तरह का एक मामला दर्ज है। उसे धारा 35.1(D) BNSS के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया।

 बिंदापुर में चोर और अवैध हथियार के साथ आरोपी धराया

11 सितंबर की रात करीब 10:00 बजे, बिंदापुर थाने की बीट टीम, जिसमें हेड कांस्टेबल आशुतोष और कांस्टेबल लक्ष्य शामिल थे, द्वारका मोड़ पर पिकेट ड्यूटी कर रही थी। तभी एक स्कूटी सवार को रोका गया, जिसकी पहचान एनएसआईटी द्वारका मोड़ निवासी सचिन कुमार (23 वर्ष) के रूप में हुई। तलाशी में उसके पास से एक बटन चाकू और एक चोरी की स्कूटी बरामद हुई, जो सागरपुर थाने में दर्ज ई-एफआईआर से जुड़ी थी। सचिन ने पूछताछ में बताया कि कम पढ़ाई और बुरी संगत के कारण वह नशे की लत में पड़ गया और अपराध की राह पर चल पड़ा। उसने बताया कि स्कूटी चार-पांच महीने पहले वशिष्ठ पार्क, सागरपुर से चुराई थी और चाकू नजफगढ़ नाले के पास से खरीदा था। इस मामले में बिंदापुर थाने में 12 सितंबर को आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत एफआईआर दर्ज की गई। स्कूटी और चाकू को तहत जब्त किया गया। इस कार्रवाई से दो मामले सुलझाए गए।

डीसीपी अंकित सिंह ने कहा, “द्वारका जिले में अपराध और अवैध गतिविधियों के खिलाफ हमारी टीमें पूरी मुस्तैदी से काम कर रही हैं। गश्त बढ़ाने, खुफिया जानकारी पर त्वरित कार्रवाई और तकनीक के उपयोग से हम अपराधियों और भगोड़ों को पकड़ रहे हैं। हमारा लक्ष्य दिल्ली को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाना है।”

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