शाहदरा साइबर पुलिस ने स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले का भंडाफोड़ किया, एक आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के शाहदरा साइबर पुलिस ने एक बड़े स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले का पर्दाफाश करते हुए 32 वर्षीय शुभम जैन को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने “डेली स्टॉक मार्केट ट्रेंड एक्सचेंज 2013” नामक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए 4,97,258 रुपये की ठगी की थी। आरोपी की पहचान ग्रेटर नोएडा निवासी 32 वर्षीय शुभम जैन के रूप में हुई हैं। आरोपी के पास से मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड बरामद हुआ है।

शाहदरा जिला के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि शाहदरा निवासी कृष्ण कुमार की शिकायत के आधार पर 318(4) बीएनएस के तहत साइबर थाना शाहदरा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां ग्रुप की एडमिन “नेहा” ने “5पीआईटी ट्रेड” नामक ट्रेडिंग ऐप पर शेयर खरीदने-बेचने की जानकारी दी। उन्होंने ऐप डाउनलोड कर आईपीओ के लिए आवेदन किया, लेकिन उनके खाते की शेष राशि से अधिक शेयर आवंटित किए गए। नेहा ने उन्हें आश्वासन दिया कि पूर्ण भुगतान के बिना वह राशि नहीं निकाल सकते। इस तरह, उन्हें 4,97,258 रुपये का भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया। जब उन्होंने मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो उनसे 3,50,000 रुपये और मांगे गए, तब जाकर उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने तुरंत एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज की, जिसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज हुई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, साइबर थाना एसएचओ विजय कुमार के नेतृत्व में एसआई लवली शोकीन, एचसी अक्षय, एचसी हितेंद्र और एचसी दिनेश की एक विशेष टीम के दिग्गज की अगुवाई में एसीपी जगदीश प्रसाद ने की। जांच के दौरान पुलिस ने एक आईडीएफसी बैंक के अकाउंट का पता लगाया, जिसमें शुभम जैन का नाम पंजीकृत फर्म एसडी एंटरप्राइजेज से मिला था। शुभम जैन, जो ग्रेटर, गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने अपने पुराने मित्र के यहां इस बैंक में खाता खोला था, जहां उन्होंने ऋण का भुगतान करने के लिए खाता विवरण और ऑनलाइन मोबाइल फोन की जानकारी दी थी। इस मामले में दो महीने में करीब 1.17 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई, जिसमें से इस मामले में 27 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई।

पुलिस ने शुभम जैन को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से एक रेडमी मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया, जिसमें एसडी एंटरप्राइजेज से जुड़ा ईमेल लॉगिन पाया गया। उसे अदालत में पेश कर एक दिन की पुलिस हिरासत में लिया गया। मामले की आगे की जांच जारी है।

डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि जांच में सामने आया कि ठग सोशल मीडिया, व्हाट्सएप या टेलीग्राम के जरिए लोगों से संपर्क करते हैं और खुद को स्टॉक मार्केट विशेषज्ञ बताते हैं। वे ऊंचे मुनाफे का वादा करते हैं और शुरुआत में छोटी राशि निवेश करवाकर नकली मुनाफा दिखाते हैं। भरोसा जीतने के बाद, वे बड़ी राशि निवेश करने के लिए प्रेरित करते हैं। आईपीओ में अधिक शेयर आवंटन का लालच देकर और राशि निकालने के लिए अतिरिक्त भुगतान की मांग करके ठगी करते हैं। अधिकतम राशि वसूलने के बाद, ठग संपर्क तोड़ देते हैं या पीड़ित को ब्लॉक कर देते हैं। इस तरह के घोटालों के लिए वे कई बैंक खातों का उपयोग करते हैं, जिन्हें कर्ज के बदले लोगों से हासिल करते हैं।

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