जेल से रची गई हत्या की साजिश का पर्दाफाश, गैंगवार रोका, तीन गिरफ्तार, हथियार बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने उत्तरी बाहरी जिले के बवाना में एक बड़ी गैंगवार साजिश को विफल कर दिया। हेड कांस्टेबल हरीश की सतर्कता से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से एक पिस्टल, एक देशी कट्टा, 14 जिंदा कारतूस, और आपराधिक साजिश से जुड़े मोबाइल फोन बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 20 वर्षीय अंजार आलम, 20 वर्षीय रितिक और 28 वर्षीय राजेश कुमार उर्फ सरदार के रूप में हुई हैं।

उत्तरी बाहरी जिले के डीसीपी हरेश्वर वी. स्वामी ने बताया यह साजिश नवीन बाली गैंग द्वारा राजेश बवानिया गैंग के खिलाफ बदले की कार्रवाई थी। जेल में बंद नवीन बाली ने विदेश में छिपे गैंग लीडर हिमांशु भाऊ के साथ मिलकर इस हत्या की योजना बनाई थी। भाऊ ने आरोपी अंजार आलम को 2.7 लाख रुपये भेजे थे। गिरफ्तार आरोपियों में अंजार आलम, रितिक और राजेश कुमार उर्फ सरदार शामिल हैं। रितिक को टारगेट की रेकी का जिम्मा सौंपा गया था, जबकि अंजार और राजेश को हत्या को अंजाम देना था।

घटना की शुरुआत तब हुई, जब हेड कांस्टेबल हरीश ने बवाना में एक ओयो होटल के बाहर खड़ी संदिग्ध मोटरसाइकिल पर नजर रखी। जांच में पता चला कि बाइक का मालिक 11 अगस्त से होटल में ठहरा था। होटल के कमरे की तलाशी में तीनों आरोपी संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए। उनके पास से बरामद हथियारों और मोबाइल फोन में आपराधिक बातचीत के सबूत मिले, जिससे साजिश का खुलासा हुआ।

डीसीपी ने बताया कि यह साजिश 2023 में अजय बहादुर की हत्या और 2025 में धर्मवीर उर्फ बिल्लू की हत्या से जुड़ी थी। दोनों गैंगों के बीच पुरानी रंजिश ने दिल्ली में कई हत्याओं को जन्म दिया है। इस गिरफ्तारी ने एक और गैंगवार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तीनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, और जांच जारी है।

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