जाफराबाद में फर्जी फायरिंग का खुलासा, बिल्डर सहित दो गिरफ्तार, नाबालिग हिरासत में

नई दिल्ली: दिल्ली के जाफराबाद थाना क्षेत्र के विजय मोहल्ला, में शनिवार को दोपहर में हुई फायरिंग की घटना में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी, एक बिल्डर मोहम्मद अनीश, उसके सहयोगी मुर्सलीन और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस को मिली शिकायत में मोहम्मद अनीश ने बताया कि वह एक बिल्डर हैं। दोपहर करीब 2:30 बजे जब वह अपने गली नंबर 8 स्थित कार्यालय पहुंचे, तो उन्होंने खिड़की का शीशा टूटा पाया और संदेह जताया कि यह फायरिंग उनके कर्जदाता ने की होगी। मौके से पुलिस ने एक खाली कारतूस बरामद किया।

जांच के दौरान पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 324(6) और आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत मामला दर्ज किया। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए, और जाफराबाद थाना प्रभारी की अगुवाई में गठित विशेष टीम ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य स्रोतों की जांच की। इस दौरान मुख्य संदिग्ध मुर्सलीन को गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में मुर्सलीन ने खुलासा किया कि वह अनीश के लिए काम करता था। अनीश के निर्देश पर उसने एक अन्य व्यक्ति को अनीश के कार्यालय पर फायरिंग करने के लिए उकसाया, और इसके लिए अनीश ने ही उसे पिस्तौल उपलब्ध कराई थी। पुलिस ने मुर्सलीन के कब्जे से पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया।

मुर्सलीन के बयान के आधार पर पुलिस ने अनीश को गिरफ्तार किया और फायरिंग करने वाले 16 वर्षीय नाबालिग को हिरासत में लिया। अनीश ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अपने एक परिचित से भारी कर्ज में डूबा था, जो उसे पैसे लौटाने के लिए दबाव डाल रहा था। कर्जदाता को झूठे मामले में फंसाने और कर्ज चुकाने से बचने के लिए उसने यह फायरिंग की साजिश रची। इसके बाद मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2) और 95 भी जोड़ी गईं।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि अनीश पहले दो चोरी के मामलों में शामिल रहा है। मामले की गहन जांच जारी है, और पुलिस अन्य संभावित संदिग्धों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है।

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