मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की मिसिंग लिंक परियोजना आधुनिक इंजीनियरिंग का चमत्कार है: फडणवीस

राष्ट्रीय जजमेंट

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की निर्माणाधीन “मिसिंग लिंक” परियोजना को आधुनिक इंजीनियरिंग का चमत्कार बताया और कहा कि यह घाट खंड के लिए एक उपमार्ग होगा।
उन्होंने इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा के बाद कहा कि परियोजना के पूरा हो जाने के बाद मुंबई और पुणे के बीच यात्रा समय में लगभग 30 मिनट की कमी आने तथा दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। लगभग 94 किलोमीटर लंबे व्यस्त मार्ग पर अमृतांजन ब्रिज खंड पर अक्सर यातायात जाम की स्थिति बनी रहती है।
अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना में भारत की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग शामिल है, जिसकी लंबाई नौ किलोमीटर और चौड़ाई 23 मीटर होगी। उन्होंने कहा कि इसमें 185 मीटर ऊंचा देश का सबसे ऊंचा सड़क पुल भी शामिल होगा।उन्होंने कहा कि अब तक 94 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है तथा शेष निर्माण कार्य भी शीघ्र ही पूरा हो जाएगा। उन्होंने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में समर्पण के लिए अभियंताओं और श्रमिकों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि ‘मिसिंग लिंक’ के चालू होने से मुंबई और पुणे के बीच यात्रा का समय 30 मिनट कम हो जायेगा। उन्होंने कहा कि यह घाट खंड के लिए एक उपमार्ग होगा, जिससे दुर्घटनाएं कम होंगी, ईंधन दक्षता बेहतर होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी। उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने परियोजना को आमूल-चूल बदलाव लाने वाला बताया।

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