बसों में मोबाइल चोरी का भंडाफोड़, मेवात से जुड़ा तार, 16 मोबाइल समेत दो चोर पकड़े गए

नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली पुलिस की एएटीएस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो कुख्यात जेबकटों को गिरफ्तार किया है। धर्मेंद्र पांडे उर्फ धर्मा और मोहम्मद असलम ये दोनों एमबी रोड, बीआरटी रोड और रिंग रोड पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रियों के मोबाइल चुराने में सक्रिय थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 16 चोरी के मोबाइल फोन और दो बैग बरामद किए हैं, जिनमें से 10 मोबाइल फोन विभिन्न एफआईआर से जुड़े हैं, जबकि 6 की जांच जारी है। इस कार्रवाई से 10 चोरी के मामले सुलझाए गए हैं।

दक्षिणी जिला के डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि दक्षिणी दिल्ली में भीड़भाड़ वाले इलाकों और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मोबाइल चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए एएटीएस ने विशेष अभियान शुरू किया। इंस्पेक्टर उमेश यादव के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, इस टीम की निगरानी एसीपी अरविंद कुमार कर रहे थे। टीम ने तकनीकी निगरानी और स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर साकेत के फिश मार्केट रोड पर एक जेबकट की मौजूदगी की सूचना प्राप्त की। स्थानीय जांच और सूचना की पुष्टि के बाद, पुलिस ने फिश मार्केट रोड पर जाल बिछाया। वहां दो संदिग्धों को संदिग्ध अवस्था में घूमते देखा गया। सूत्र द्वारा इशारा करने पर जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो दोनों भागने लगे। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। उनकी पहचान संगम विहार निवासी 30 वर्षीय धर्मेंद्र पांडे उर्फ धर्मा और 29 वर्षीय मोहम्मद असलम के रूप में हुई।

पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे भीड़भाड़ वाली बसों में यात्रियों के मोबाइल चुराते थे और इन्हें मेवात की साइबर ठगी करने वाली गैंग्स को अवैध चैनलों के जरिए बेच देते थे। इन फोनों का उपयोग साइबर अपराधों में किया जाता था, जिससे ट्रैकिंग मुश्किल हो जाती थी। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और रिसीवर्स की तलाश में जुटी है।

पुलिस ने 10 चोरी के मामलों को सुलझाया है, जिनमें हौज खास, नेब सराय, मेहरौली, फतेहपुर बेरी, मालवीय नगर, और अंबेडकर नगर थानों में दर्ज एफआईआर शामिल हैं। आरोपी धर्मेंद्र पांडे संगम विहार थाने का घोषित अपराधी है, जो 12 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, जिनमें चोरी, डकैती, और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं। आरोपी मोहम्मद असलम 10 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, जिनमें ज्यादातर चोरी से संबंधित हैं।

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