छह दशकों से अधिक समय से बरेली में रह रही पाकिस्तानी मूल की महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

राष्ट्रीय जजमेंट

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में पुलिस ने छह दशकों से अधिक समय से रह रही पाकिस्तान में जन्मी एक महिला के खिलाफ शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला ने बिना भारतीय नागरिकता के आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज बनवा लिए थे।
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) मानुष पारीक ने बताया कि विदेशी नागरिकों की पहचान के लिए ऑपरेशन खोज अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी, रोहिंग्या और पाकिस्तानी नागरिकों की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को जांच के दौरान बारादरी इलाके के सूफी टोला में फरहत सुल्ताना मिली जिसका जन्म पाकिस्तान में हुआ था और उसके पास भारतीयता का कोई प्रमाण नहीं हैं। इसके बावजूद उसने आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवा लिए। यह क़ानूनी रूप से गलत है। इस सम्बन्ध में बारादरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू हो गयी है।
उधर, फरहत सुल्ताना ने दावा किया “मुझे पाकिस्तानी मत कहो, मैं हिन्दुस्तानी हूं फरहत सुल्ताना उर्फ फरीदा ने पुलिस के सामने खुद को भारतीय बताया। उसका कहना है कि मेरा जन्म भले ही 1961 में पाकिस्तान में हुआ था , लेकिन मैं सिर्फ आठ महीने की थी जब बरेली आ गई थी। मैंने पाकिस्तान को कभी नहीं देखा। मेरा पूरा जीवन भारत में बीता है। मेरी आंखें भारत में खुलीं, मैं यहीं पली-बढ़ी हूं। मुझे पाकिस्तानी न कहा जाए, मैं हिन्दुस्तानी हूं और मुझे अपने देश में ही रहना है।
फरहत सुल्ताना का दावा है कि वे बीते 64 वर्षों से बरेली में रह रही हैं। इस दौरान उन्होंने आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेज बनवा लिए, जिससे उन्हें स्थानीय सुविधाओं का लाभ मिल रहा था।

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