दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय डिजिटल अरेस्ट स्कैम का किया भंडाफोड़, 92 वर्षीय पीड़ित को 2.2 करोड़ लौटाए

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट ने एक अंतरराष्ट्रीय डिजिटल अरेस्ट स्कैम चलाने वाले सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, और 92 वर्षीय सेवानिवृत्त सर्जन से धोखाधड़ी के जरिए हड़पी गई 2.2 करोड़ की राशि पीड़ित को वापस दिलाई गई है। यह सिंडिकेट फर्जी बैंक खातों के जरिए डिजिटल अरेस्ट घोटाले को अंजाम दे रहा था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 42 वर्षीय अमित शर्मा उर्फ राहुल और 27 वर्षीय हरी स्वर्गियारी के रूप में हुई है। इनके पास से तीन मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य डिजिटल दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

आईएफएसओ यूनिट के डीसीपी डॉ. हेमंत तिवारी ने बताया कि मामला 15 मार्च को सामने आया, जब पीड़ित ने आईएफएसओ यूनिट में शिकायत दर्ज की। शिकायत के अनुसार, 12 मार्च को पीड़ित को कई अज्ञात नंबरों से कॉल आए, जिनमें कॉल करने वालों ने खुद को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण और महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बताया। उन्होंने झूठा दावा किया कि पीड़ित के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। धमकियों और वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर, आरोपियों ने पीड़ित को जाली अदालती आदेश दिखाए और उनकी सावधि जमाओं को भुनाकर तीन फर्जी बैंक खातों में 2.2 करोड़ जमा करने के लिए मजबूर किया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसीपी विवेकानंद झा की देखरेख में एक विशेष टीम ने जांच शुरू की। तकनीकी निगरानी और डिजिटल फुटप्रिंट के विश्लेषण के आधार पर, पुलिस ने गाजियाबाद से अमित शर्मा और गुवाहाटी से हरी स्वर्गियारी को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि यह सिंडिकेट सरकारी अधिकारियों के रूप में खुद को पेश कर पीड़ितों को डराता था और सत्यापन के बहाने उनकी बचत हड़प लेता था।

पुलिस के अनुसार, आरोपी पहले पीड़ितों को गिरफ्तारी और जुर्माने की धमकी देते थे, फिर सहानुभूति दिखाकर गलत पहचान का मामला बताते थे। इसके बाद, पीड़ितों को फर्जी शिकायत दर्ज करने और धनराशि स्थानांतरित करने के लिए उकसाया जाता था, जिसे बाद में विदेशी खातों में भेज दिया जाता था। डीसीपी ने बताया कि अन्य संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए जांच जारी है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More