डीयू के प्रोफेसर के घर लूटपाट करने वाले दो शातिर अपराधी गाजियाबाद से गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर के घर हथियारबंद डकैती की चौंकाने वाली वारदात को अपराध शाखा की अंतर-राज्यीय सेल ने सुलझा लिया है। अशोक विहार में हुई इस घटना के मास्टरमाइंड समेत दो कुख्यात लुटेरों को गाजियाबाद से धर दबोचा गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 32 वर्षीय सूरज उर्फ अखिल और 29 वर्षीय मास्टरमाइंड सचिन के रूप में हुई हैं। दोनों विजय नगर और जौंचना गांव, जीबी नगर (यूपी) के रहने वाले हैं। पुलिस ने लूटे गए सोने-चांदी के आभूषणों और नकदी का कुछ हिस्सा भी बरामद कर लिया है।

अपराध शाखा के डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि बीती 17 फरवरी को अशोक विहार इलाके में रहने वाले प्रोफेसर के घर में हथियारबंद बदमाश घुस आए। लुटेरों ने दंपति के हाथ-पैर बांधे, बंदूक की नोक पर जान से मारने की धमकी दी और मारपीट की। इसके बाद उन्होंने सोने-चांदी के गहने, नकदी, मोबाइल फोन और उनकी होंडा एकॉर्ड कार लूट ली। लूटपाट के बाद बदमाश कार लेकर फरार हो गए थे।

मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध शाखा, चाणक्यपुरी एसीपी रमेश चंद्र लांबा के नेतृत्व में दो टीमें गठित की गईं, जिनकी कमान इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट और इंस्पेक्टर रोहित कुमार ने संभाली। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, आपराधिक रिकॉर्ड और स्थानीय सूत्रों के आधार पर सुराग जुटाए। पता चला कि लुटेरों ने प्रोफेसर की कार को वजीरपुर में छोड़कर एक कैब किराए पर ली थी, जो उन्हें ग्रेटर नोएडा के परी चौक तक ले गई। कैब ड्राइवर से पूछताछ और गौतमबुद्ध नगर में छापेमारी के बाद पुलिस ने पहले सूरज उर्फ अखिल को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर मास्टरमाइंड सचिन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों विजय नगर और जौंचना गांव, जीबी नगर के रहने वाले हैं।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उनके दो अन्य साथी मोनू और अमित भी इस डकैती में शामिल थे। चारों ने मिलकर ग्रेटर नोएडा से मेट्रो और ऑटो के जरिए अशोक विहार पहुंचकर वारदात को अंजाम दिया था। सचिन के पास से लूट का काफी सामान बरामद हुआ, जिसमें एक सोने की चेन, 37 चांदी के सिक्के, 57 धार्मिक चांदी के सिक्के, 10 चांदी के कटोरे, चार चांदी के चम्मच, एक छोटी चांदी की ईट, दो अन्य चांदी के बर्तन, एक सोने का सिक्का और 8200 रुपये नकद शामिल हैं। प्रोफेसर की कार और चाबी भी पुलिस ने बरामद कर ली।

डीसीपी ने कहा, “यह ऑपरेशन हमारी टीम की मेहनत और तकनीकी कुशलता का नतीजा है। सूरज उर्फ अखिल डकैती, हत्या का प्रयास, चोरी और शस्त्र अधिनियम जैसे संगीन अपराधों का आरोपी रहा है। 17 मामलों में शामिल रह चुका हैं, और सचिन हत्या, डकैती और आर्म्स एक्ट के अपराधों में पहले भी जेल जा चुका है। जो 14 मामलों में संलिप्त रह चुका हैं। बाकी फरार आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। पुलिस अब मोनू और अमित की तलाश में छापेमारी कर रही है।

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