क्या भाजपा में शामिल होंगे अभिषेक बनर्जी? टीएमसी सांसद बोले- गद्दारों को करता रहूंगा बेनकाब, मेरे बारे में फैला रहे झूठ

राष्ट्रीय जजमेंट

तृणमूल कांग्रेस की बैठक में अभिषेक बनर्जी ने खुद को लेकर चल रहे अफवाह पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि मैं भाजपा में शामिल हो रहा हूं, वे झूठ फैला रहे हैं। मैं तृणमूल कांग्रेस में गद्दारों को बेनकाब करता रहूंगा, जैसा कि मैंने विधानसभा चुनाव के दौरान किया था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मैं तृणमूल कांग्रेस का निष्ठावान सिपाही हूं, मेरी नेता ममता बनर्जी हैं। तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक ने कहा कि ममता बनर्जी ने कहा कि दो-तिहाई सीटें जीतनी चाहिए। यानी 196। लेकिन मैं कहूंगा कि 214 टॉप वह जगह है जहां हमें जाना चाहिए।अभिषेक ने यह भी कहा, ”मतदाता सूची का काम हो चुका है। मतदाता सूची में कोताही नहीं बरतनी चाहिए। 26 के लिए हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए। किसी के कॉल करने और निर्देश देने के इंतज़ार में न बैठे रहें। जो लोग टीम से प्यार करते हैं, उन्हें खुद ही मैदान में उतरना होगा। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में बुधवार को राजनीतिक गलियारों में उस समय हलचल मच गई, जब यह बात सामने आई कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘‘स्कूल में नौकरी घोटाला’’ मामले में दाखिल तीसरे पूरक आरोपपत्र में किसी अभिषेक बनर्जी का नाम लिया है। एजेंसी ने आरोपपत्र में 2017 में रिकॉर्ड एक बातचीत की ऑडियो फाइल का हवाला दिया और किसी अभिषेक बनर्जी का नाम लिया, जिन्होंने अवैध नियुक्तियों के लिए 15 करोड़ रुपये मांगे थे। एजेंसी ने आरोपपत्र में अभिषेक बनर्जी की पहचान स्पष्ट नहीं की, हालांकि यह नाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के नाम से मिलता है। अतीत में विपक्ष ने उनके खिलाफ घोटाले में शामिल होने का बार-बार आरोप लगाया है। तृणमूल कांग्रेस सांसद पहले ही कई बार केंद्रीय जांच एजेंसियों – ईडी और सीबीआई – के सामने पेश हो चुके हैं। बाद में, सांसद के वकील संजय बसु ने एक प्रेस बयान जारी किया और विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष पेश आरोप पत्र को “भ्रामक और निराधार” बताया तथा इसे उनके मुवक्किल को परेशान करने के उद्देश्य से फंसाने का प्रयास बताया।

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