असम के लिए जारी यात्रा परामर्श विदेशी निवेश में बड़ी बाधा बन रहा है: हिमंत

राष्ट्रीय जजमेंट

असम के मुख्यमंत्री हिमंत शर्मा ने शनिवार को कहा कि कई देशों द्वारा पूर्वोत्तर भारत के लिए जारी यात्रा परामर्श निवेश आकर्षित करने में एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि राज्य इस महीने के अंत में एक व्यापार शिखर सम्मेलन के लिए तैयार है।शर्मा ने कहा कि उन्होंने देशों से अनुरोध किया है कि वे असम को अलग से देखें और सभी पूर्वोत्तर राज्यों को एक साथ न देखा जाए। उन्होंने कहा कि जापान, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों के साथ बातचीत पहले से जारी है ताकि उन्हें प्रतिकूल परामर्श वापस लेने के लिए राजी किया जा सके।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार असम को क्षेत्र के अन्य राज्यों से अलग रखने पर जोर दे रही है। एडवांटेज असम 2.0 इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर समिट से पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा, अधिकतर दूतावासों ने असम को संदिग्ध सूची में डाला है और अपने नागरिकों को असम की यात्रा न करने की वैधानिक चेतावनी दी है, क्योंकि राज्य को पूर्वोत्तर क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत किया गया है।इन परामर्शों को खत्म कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि असम में कोई प्रतिकूल स्थिति नहीं है और सरकार, मीडिया और जनता समेत सभी हितधारकों को इस बात को समझाने के लिए एक साथ आना होगा।उन्होंने कहा, असम के मुख्यमंत्री के रूप में, मैं अन्य राज्यों को प्रभावित नहीं कर सकता। मैं उनसे (देशों से) असम को अलग करके देखने के लिए कह रहा हूं। उन्होंने कहा, विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए, यात्रा परामर्श वापस लिया जाना चाहिए। और साथ ही, हमें उन्हें अपनी ताकत भी दिखानी होगी, जैसे कि हमारे यहां के कर्मचारियों का कौशल और राजनीतिक, आर्थिक तथा कानून-व्यवस्था में शांति व स्थिरता।

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