रायबरेली के पास ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम, जांच शुरु

राष्ट्रीय जजमेंट

रायबरेली में रेलवे स्टेशन के समीप चंपा देवी मंदिर के पास पटरी पर पत्थर रखकर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम हो गयी क्योंकि समय रहते लोको पायलट ने उसे (पत्थर को) देख लिया और आपातकालीन ब्रेक लगा दी।
रेलवे अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार मामले की सूचना कोतवाली पुलिस और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को दी गयी। वरिष्ठ खंडीय अभियंता (सीनियर सेक्शन इंजीनियर) की ओर से कोतवाली पुलिस को तहरीर भी दी गई है।
अधिकारियों के मुताबिक स्टेशन से कुछ दूर चंपा देवी मंदिर के पास रेलवे पुल के ट्रैक पर किसी ने पत्थर रख दिया। रेलवे पुल पर ‘गार्ड रेलिंग’ और ‘रनिंग रेलिंग’ के बीच 450 मिमी का मानक अंतर है, जहां शनिवार रात पत्थर रख दिये गये थे।
शनिवार रात लखनऊ से आने वाली यशवंतपुर एक्सप्रेस जब करीब पहुंची तो सिग्नल लाल होने के कारण ट्रेन की गति धीमी थी। इस पर यशवंतपुर एक्सप्रेस के लोको पायलट ने रेलवे पटरी पर पत्थर रखे देख लिये।
लोको पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी और पत्थर हटवाया, उसके बाद गाड़ी आगे बढ़ी। लोको पायलट ने इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष को दी। इसके बाद वरिष्ठ खंडीय अभियंता (बछरावां) ने आरपीएफ और नगर कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना दी।
अधिकारियों के अनुसार रात में ही रेलवे अधिकारी, आरपीएफ और सिविल पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे, छानबीन की। जांच के बाद देर रात रेलवे के वरिष्ठ खंडीय अभियंता ने नगर कोतवाली पुलिस को घटना के संबंध में तहरीर दी।
वरिष्ठ खंडीय अभियंता शुभम श्रीवास्तव ने बताया कि पत्थर रखे होने की सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंचे तथा आरपीएफ और सिविल पुलिस को भी सूचना दी गई थी।श्रीवास्तव के अनुसार आरपीएफ और पुलिस अधिकारियों ने भी छानबीन की है। पत्थर करीब एक फीट का था, इसके अलावा अन्य कई छोटे-छोटे पत्थर रखे गए थे। वरिष्ठ खंडीय अभियंता ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

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