महाराष्ट्र, झारखंड चुनाव में इस बार 1082 करोड़ की जब्ती हुई, यह पिछले चुनाव से सात गुना अधिक है

राष्ट्रीय जजमेंट

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए मतदान से ठीक एक दिन पहले तब बड़ा विवाद खड़ा हो गया जब पालघर के नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में आज एक होटल के बाहर बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर लोगों को पैसा बांटने का आरोप लगाया। हम आपको बता दें कि जब होटल के अंदर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की एक बैठक चल रही थी तभी बहुजन विकास अघाड़ी के विधायक क्षितिज ठाकुर और उनके कार्यकर्ताओं ने वहां हंगामा खड़ा करते हुए भाजपा पर पैसे बांटने का आरोप लगाया। इस बीच विनोद तावड़े ने आरोपों को खारिज करते हुए निर्वाचन आयोग से कहा है कि वह मामले की जांच कराये। हम आपको बता दें कि विपक्षी एमवीए के नेताओं ने विनोद तावड़े के वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा पर कई हमले किये हैं।
जहां तक मतदाताओं को पैसे बांटने जैसे प्रकरणों की बात है तो आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बताया कि झारखंड, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव और विभिन्न राज्यों में उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान 1,082 करोड़ रुपये की जब्ती की गई। आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र और झारखंड में इस बार के विधानसभा चुनाव में जब्त की गई राशि 2019 के विधानसभा चुनावों में की गई जब्ती से सात गुना अधिक है। आयोग के मुताबिक, महाराष्ट्र और झारखंड से कुल मिलाकर 858 करोड़ रुपये की जब्ती की जानकारी मिली है। आयोग ने बताया कि 2019 विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र में 103.61 करोड़ रुपये और झारखंड में 18.76 करोड़ रुपये की जब्ती की गई थी। आयोग के मुताबिक, जब्ती में नकदी, शराब, मादक पदार्थ, मुफ्त उपहार और अन्य चीजें शामिल थीं। आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र के सभी जिलों में जब्ती दर्ज की गई, जो पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में बहुत अधिक है। हम आपको बता दें कि प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा किए गए कुछ अभियानों में पालघर जिले के वाडा थानाक्षेत्र में एक जीप से 3.70 करोड़ रुपये की नकदी जब्त करना शामिल है। आयोग के मुताबिक, झारखंड में भी रिकॉर्ड जब्ती हुई और इस बार मुख्य मुद्दा अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने का था। आयोग ने बताया कि इसके परिणामस्वरूप अवैध खनन सामग्री और मशीनों की जब्ती हुई।

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