लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव भी रेवाड़ी से हारे, कभी उप मुख्यमंत्री पद पर ठोका था दावा

राष्ट्रीय जजमेंट

हरियाणा की रेवाड़ी सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। रेवाडी को दक्षिण हरियाणा का राजनीतिक केन्द्र माना जाता है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लक्ष्मण सिंह यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चिरंजीव राव को करीब 24,840 वोटों के अंतर से हराया। लक्ष्मण सिंह यादव को लगभग 71,759 वोट मिले, जबकि चिरंजीव राव को लगभग 46,919 वोट मिले। यादव बहुल इस सीट पर 12 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें कई उम्मीदवार यादव बिरादरी से ही आते हैं।
2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के चिरंजीव राव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुनील कुमार को 1,317 मतों के अंतर से हराकर, रेवाड़ी में जीत हासिल की। 2014 के चुनावों में, भाजपा के रणधीर सिंह कापड़ीवास ने इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) के सतीश यादव पर 45,466 वोटों की महत्वपूर्ण बढ़त के साथ रेवाड़ी निर्वाचन क्षेत्र जीता, जिन्होंने 11,539 वोट हासिल किए। चिरंजीव राव की हार की चर्चा खुब होगी। इसका बड़ा कारण यह है कि चिरंजीव हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री अजय सिंह यादव के बेटे हैं।इसके अलावा राव की शादी लालू प्रसाद यादव की बेटी अनुष्का यादव से हुई है। रेवाड़ी विधानसभा सीट पर हमेशा से ही कांग्रेस का दबदबा रहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह यादव लगातार यहां से जीतते रहे हैं। इससे पहले चिरंजीव राव ने कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया था। इसके साथ ही उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद पर भी दावा ठोका था। उन्होंने कहा था कि मेरा मानना है कि राज्य के लोग खुश हैं कि 10 साल बाद वे भाजपा से मुक्त होने वाले हैं। आज जिस तरह से लोग सामने आ रहे हैं उससे साफ संकेत मिल रहा है कि कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने के लिए तैयार है। राज्य में बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे कई ज्वलंत मुद्दे हैं। पार्टी के अंदर कोई गुटबाजी नहीं है। यह जनता और पार्टी आलाकमान तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा।

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