जेवर के उत्पादन पूरी दुनिया में मचाएंगे धूम, अब जेवर निवेशकों की बना पहली पसंद, जर्मनी की वनवन वेलेक्स फुटवियर कंपनी की रखी गई आधारशिला

राष्ट्रीय जजमेंट

आज दिनांक 04 अक्टूबर 2024 को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर 32 में जर्मनी की वॉन वेलेक्स फुटवियर की शाखा का भूमि पूजन मुख्य अतिथि जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह और अध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग उत्तर प्रदेश सरकार अशफाक सैफी तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह जी ने किया।भूमि पूजन के मौके पर जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में निवेशकों के लिए बेहतर और सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है। यह वही क्षेत्र है, जहां तत्कालीन सरकारों में किसानों से जमीन छीनी जाती थी और उन पर गोलियां चलाई जाती थी, लेकिन आज किसान जेवर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के विकास में अपना सहयोग देने के लिए अपनी जमीनों को, अपनी आने वाली पीढियां के बेहतर और उज्जवल भविष्य के लिए सरकार को दे रहा है।जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि जर्मनी से आई इतनी अत्याधुनिक तकनीकों वाली कंपनियां, अपना पूरा आधार चीन से हटाकर जेवर में स्थानांतरित कर रही हैं, इससे उद्योग क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित होंगे और स्थानीय लोगों के लिए समृद्धि लाएंगे। जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि जेवर क्षेत्र में वॉन वेलेक्स फुटवियर के प्लाट की स्थापना के बाद क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, जिससे उनका जीवन खुशहाल और यह क्षेत्र प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा।तेजी से डिजिटल शिक्षा की तरफ बढ़ रहा है देश, निखरेगा रहा भारत का भविष्यडिजिटल एजुकेशन का आभास हम सभी को कोविड महामारी के दौरान हुआ था, जब स्कूल -कॉलेज बंद थे और छात्र अपने मोबाइल के जरिए ही पढ़ाई कर रहें थे। आज दिनांक 04 अक्टूबर 2024 को रबूपुरा स्थित शांति देवी डिग्री कॉलेज में स्मार्ट क्लास की शुरुआत कराई गई, जिसका शुभारंभ डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने किया।इस मौके पर जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उपस्थित बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि “विद्यार्थी अब अत्याधुनिक सुविधाओं के माध्यम से अपनी शिक्षा को और अधिक सुदृढ़ बना सकेंगे तथा इस स्मार्ट क्लास में विज्ञान और गणित जैसे कठिन विषयों को विद्यार्थी और बेहतर तरीके समझ सकेंगे, जिससे विद्यार्थियों को नई तकनीक से लाभ उठाने की प्रेरणा मिलेगी।”

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