‘बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण विलुप्त होते जा रहे आदिवासी गांव’, Jharkhand चुनाव से पहले चंपई सोरेन का बड़ा दावा

राष्ट्रीय जजमेंट

झारखंड विधानसभा चुनाव में राज्य में बांग्लादेश से होने वाले घुसपैठ को भाजपा बड़ा मुद्दा बनाती हुई दिखाई दे रही है। झारखंड के पूर्व सीएम और हाल में ही बीजेपी में शामिल होने वाले चंपई सोरेन ने भी बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण एक के बाद एक आदिवासी गांव विलुप्त होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने समाज को आदिवासियों की लूटी जा रही जमीनों के प्रति जागृत कर रहा हूं. ये लोग कहां से आ रहे हैं? यहां आप जमीन नहीं बेच सकते लेकिन गांव खत्म हो रहे हैं और इसलिए मैं आदिवासी समुदाय को जगाने का काम कर रहा हूं।
इससे पहले सोरेन ने 2000 में बिहार से अलग होकर बने राज्य झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठ को एक बड़ी समस्या के रूप में सूचीबद्ध किया। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि ये घुसपैठिए उन वीरों के वंशजों की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं जिन्होंने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई में कभी विदेशी अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार नहीं की। इनके कारण फूल-झानो जैसी वीरांगनाओं को अपना आदर्श मानने वाली हमारी माताओं, बहनों और बेटियों की अस्मिता खतरे में है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि झारखंड में हिंदुओं और आदिवासियों की जनसंख्या घट रही है और उन्होंने झामुमो नीत गठबंधन सरकार पर राज्य की पहचान, संस्कृति और विरासत की कीमत पर घुसपैठियों का समर्थन करके ‘‘वोट बैंक की राजनीति’’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘‘माटी, बेटी, रोटी’’ को बचाने के लिए अब ‘‘ऐसी ताकतों को बाहर करने’’ का समय आ गया है। मोदी ने भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘झारखंड में बेटी, माटी, रोटी की रक्षा करने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए परिवर्तन का समय आ गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन एक खतरनाक खेल खेल रहा है, जो घुसपैठियों को संरक्षण देते हुए लोगों की पहचान, संस्कृति और परंपराओं को खतरे में डाल रहा है।’’

परिवर्तन यात्रा सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी और इसने लगभग 5,400 किलोमीटर की दूरी तय की। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि झामुमो नीत गठबंधन ऐसे लोगों द्वारा चलाया जा रहा है जो झारखंड की पहचान, संस्कृति और विरासत को मिटाना चाहते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘झामुमो और कांग्रेस में बैठे उनके आका झारखंड में आदिवासी समुदाय को अल्पसंख्यक बनाना चाहते हैं। उन्होंने हमेशा आदिवासी समाज के साथ विश्वासघात किया है और उन्हें कभी आगे बढ़ते नहीं देख सकते।’’ उन्होंने सत्तारूढ़ गठबंधन पर आरोप लगाया कि वह सत्ता में बने रहने के लिए राज्य में नया वोट बैंक तैयार कर रहा है। मोदी ने कहा, ‘‘वे सत्ता हासिल करने के लिए झारखंड का बलिदान देना चाहते हैं। संथाल परगना इस खतरनाक खेल का प्रमाण है, जहां आदिवासी आबादी घट रही है, जबकि बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। क्या आप झारखंड की जनसांख्यिकी में इस बदलाव और हिंदुओं और आदिवासियों की आबादी में गिरावट को स्वीकार करते हैं?’’

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