कुशीनगर के 30 गावों में बनेगा आरोग्य केन्द्र 

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कुशीनगर। जिले के ग्रामीण अभियंत्रण विभाग कुशीनगर की ओर से शनिवार को सांसद आवास परिसर में शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें डेढ़ करोड़ की लागत से संसदीय क्षेत्र के 30 गांवों में आरोग्य केंद्र का निर्माण कराया जाएगा।
इसके अलावा साढ़े तीन लाख की लागत से जिला अस्पताल में साउंड प्रूफ रूम को डेकोरेट किया जाएगा।
इस अवसर पर सांसद राजेश पांडेय ने कहा कि क्षेत्र में आरोग्य केंद्र की अनुपलब्धता थी। इसको लेकर केंद्र सरकार की ओर से संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना के तहत 30 गांवों में आरोग्य केंद्र का निर्माण कराया जाएगा।
केंद्र के निर्माण हो जाने पर ग्रामीण अंचल के जनता को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं मुहैया होंगी। संचालन जिला महामंत्री जयप्रकाश उपाध्याय ने की।
इस दौरान नीतिश यादव, पुष्कर दूबे, दीपक चौबे, दीपक पांडेय, नथुनी, मंटू तिवारी, अशोक मिश्र, सुधीर, धनंजय सिंह, सुरेंद्र, जटाशंकर मिश्र, राघवेंद्र प्रताप शुक्ल आदि मौजूद रहे।
यहां बनेगा आरोग्य केंद्र
संसदीय क्षेत्र कुशीनगर में प्रेमवलिया, परसौनी मुकुंदहा, कुचिया मठिया, पटखौली, धुरिया इमलिया, अलहादपुर, सोमली, इंदरपुर, हरपुर बरवां, असना, सखौली, अहिरौली, कुसम्हा, धुआंटीकर, रकबा दुलमा पट्टी, गौरी जगदीश, पिपरा बाजार, पड़री पिपरपाती, अहिरौली, चिरगोड़ा, जंगल वनवीरपुर, गोपालपुर, सलेमगढ़, पिरोजहां, करदह, पिपरा रज्जक, कारीतीन, दुबौली, सोहसा मठिया, सोहरौना में आरोग्य केंद्र बनेगा।
2- कुशीनगर में 15 को ममता व 25 को लाडली दिवस मनेगा
कुशीनगर। आंगनबाड़ी केंद्रों पर अब पोषाहार वितरण दिवस के दिन कार्यशाला और विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हर माह पांच तारीख को बचपन दिवस मनाया जायेगा। इसी तरह 15 को ममता और 25 तारीख को लाडली दिवस मनाया जाएगा। इससे पोषाहार वितरण में पारदर्शिता आएगी और शासन के मंशा के अनुरूप लाभार्थियों को लाभ मिल सकेगा।
यह बातें जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि प्रकाश सिंह ने कहीं। वे कार्यालय में आयोजित मुख्य सेविकाओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जन-जन को समझाएं और उन्हें यह भी बताएं कि हर माह केंद्रों पर ममता दिवस, बचपन दिवस और लाडली दिवस का भी आयोजन होगा।
कहा कि योजना को क्रियाशील करने के लिए बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं की संख्या बढ़ाएं। बचपन दिवस के दिन पोषाहार वितरण के साथ स्वच्छता पर भी चर्चा होगी। वहीं छः माह की आयु पूरी करने वाले बच्चों का अन्न प्राशन होगा और बच्चों को बाहरी आहार देने की शुरूआत होगी। ममता दिवस के दिन पोषण व स्वास्थ्य संबंधी व्यवहारों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने, प्रेरित करने का कार्य किया जाएगा।
कहा कि लाडली दिवस के दिन 11 से 18 वर्ष की किशोरियों को आंगनबाड़ी केंद्र पर बुलाया जाएगा और उनके स्वास्थ्य संबंधी व शारीरिक परिवर्तन के विषय में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने केंद्रों पर आयोजित होने वाले सुपोषण मेले, गोद भराई आदि के बारे में भी बताया।
इस अवसर मंजू साक्या, ज्ञानमती पाल, अन्नपूर्णा पांडेय, संगीता रानी, बासमती यादव, सुशीला आदि उपस्थित रहीं।

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