पीड़िता की मां ने सुनाई आपबीती, देशवासियों से की साथ खड़े रहने की अपील

राष्ट्रीय जजमेंट

कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के रेप-मर्डर केस पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया है। 20 अगस्त को इस मामले की सुनवाई होगी। इन सब के बीच पीड़िता की मां का बयान सामने आया है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।मृत डॉक्टर की मां ने कहा, ‘पहले हमें अस्पताल से फोन आया कि आपकी बेटी बीमार है, फिर फोन कट गया। उसके बाद जब मैंने फोन करके पूछा कि क्या हुआ, तो उन्होंने मुझे अस्पताल आने को कहा। जब हमने दोबारा फोन किया, तो (फोन करने वाले ने) खुद को असिस्टेंट सुपर बताया और कहा कि आपकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है। वह गुरुवार को ड्यूटी पर गई थी, हमें शुक्रवार को सुबह 10:53 बजे यह फोन आया। जब हम वहां पहुंचे, तो हमें उसे देखने नहीं दिया गया, हमें उसे 3 बजे देखने दिया गया। उसकी पैंट खुली हुई थी, उसके शरीर पर केवल एक कपड़ा था। उसका हाथ टूटा हुआ था, उसकी आंखों, मुंह से खून निकल रहा था। उसे देखकर ही लग रहा था कि किसी ने उसकी हत्या की है। मैंने उनसे कहा कि यह आत्महत्या नहीं, हत्या है। हमने अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन उसकी हत्या कर दी गई।’मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फोन पर उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (ममता बनर्जी) कहा था कि अपराधी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। मुझे यकीन है कि इस घटना में और भी कई लोग शामिल हैं। मुझे लगता है कि इस घटना के लिए पूरा विभाग जिम्मेदार है। पुलिस ने बिल्कुल भी अच्छा काम नहीं किया। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री प्रदर्शन को रोकने की कोशिश कर रही हैं, आज उन्होंने यहां धारा 144 लगा दी है ताकि लोग प्रदर्शन न कर सकें।’CP के बारे में उन्होंने कहा, ‘उन्होंने हमारे साथ बिल्कुल भी सहयोग नहीं किया, उन्होंने बस जल्द से जल्द मामले को दबाने की कोशिश की। उनकी कोशिश थी कि जल्द से जल्द पोस्टमार्टम करवाकर शव को हटाया जाए।’पीड़िता की मां ने कहा, ‘आपके माध्यम से हम पूरे देश के लोगों को एक संदेश देना चाहते हैं। हम सभी देशवासियों, दुनिया और राज्य के लोगों के आभारी हैं, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि जब तक आरोपी पकड़ा नहीं जाता, तब तक आप हमारे साथ खड़े रहें। हम बस यही चाहते हैं कि किसी मां के साथ ऐसा न हो, हमारी तरह किसी को अपना बच्चा न खोना पड़े।’

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