कोलकाता डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले में अब जूनियर डॉक्टरों से भी होगी पूछताछ

राष्ट्रीय जजमेंट

कोलकाता में प्रशिक्षु रेजीडेंट चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को देखते हुए देश भर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस विरोध के साथ ही डॉक्टरों ने काम बंद हड़ताल की घोषणा कर दी है। मंगलवार 13 अगस्त से अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं समेत अन्य सेवाएं रोक दी गई है। इसी बीच कोलकाला में पुलिस ने पूछताछ करने के लिए चार जूनियर डॉक्टरों को भी बुलाया है। उनके अलावा अन्य कई लोगों से कोलकाता पुलिस पुछताछ कर रही है।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों को लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय में तलब किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतका के साथ डिनर करने वाले डॉक्टर आरोपी नहीं हैं, लेकिन उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने बताया, “उसके साथ डिनर करने वाले चार जूनियर डॉक्टरों को फिर से बुलाया गया है।”

उन्होंने कहा, “कोलकाता पुलिस ने विभागाध्यक्ष, सहायक सुपरिंटेंडेंट, पुरुष-महिला नर्सों, ग्रुप-डी स्टाफ और सुरक्षा सदस्यों को भी आज लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय में तलब किया है।” 9 अगस्त को कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर का बलात्कार और हत्या के बाद शव मिला था, जिसके बाद व्यापक आक्रोश और विरोध प्रदर्शन हुआ था।

इससे पहले, इस मामले में कोलकाता पुलिस ने तीन जूनियर डॉक्टरों और एक हाउस स्टाफ को तलब किया था। कोलकाता पुलिस सूत्रों के अनुसार, तलब किए गए जूनियर डॉक्टर और हाउस स्टाफ घटना वाली रात ड्यूटी पर थे। पीड़िता के प्रति जोरदार समर्थन प्रदर्शित करते हुए कई राज्यों के कई अस्पतालों के डॉक्टर और छात्र अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए तथा पीड़िता के लिए न्याय की मांग की।

ममता बनर्जी ने 12 अगस्त को कहा कि उन्होंने पुलिस से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस इस मामले को सुलझाने में असमर्थ रहती है तो मामला सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, “जिस दिन मुझे कोलकाता पुलिस कमिश्नर से इस घटना के बारे में पता चला, मैंने उनसे कहा कि यह एक दुखद घटना है और इस पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए तथा तत्काल एक फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाना चाहिए…वहां नर्सें और सुरक्षाकर्मी मौजूद थे, लेकिन मैं अभी भी यह समझने में असमर्थ हूं कि यह घटना कैसे हुई। पुलिस ने मुझे बताया है कि अस्पताल के अंदर कोई था। आरजी कर अस्पताल के प्रिंसिपल ने इस्तीफा दे दिया है…पुलिस, डॉग स्क्वायड, फोरेंसिक विभाग और अन्य टीमें काम पर लगी हुई हैं। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। अगर पुलिस रविवार तक इस मामले को सुलझाने में असमर्थ रहती है, तो हम इस मामले को अपने हाथ में नहीं रखेंगे, हम इसे सीबीआई को सौंप देंगे।” बता दें कि डॉक्टर मामले की सीबीआई जांच, फास्ट ट्रैक कोर्ट और सभी अस्पतालों में केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के कार्यान्वयन के लिए एक समिति के गठन की मांग कर रहे हैं।

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