शिंदे ने महाराष्ट्र में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए केंद्रीय सहायता मांगी

राष्ट्रीय जजमेंट 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को राज्य में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए केंद्रीय सहायता मांगी ताकि समय पर काम पूरा हो सके और सूखा प्रभावित मराठवाड़ा क्षेत्र में नदियों को जोड़ा जा सके।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक में उन्होंने नासिक-पुणे और चिपलून-कराड रेल लाइन, ठाणे मेट्रो, मुंबई फनल जोन और ‘क्लस्टर’ पुनर्विकास जैसी परियोजनाओं का हवाला देते हुए केंद्रीय निधि की मांग की।

शिंदे ने आम आदमी के लिए अपनी सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में कई जर्जर इमारतों का ‘क्लस्टर’ में पुनर्विकास किया जा रहा है।

‘क्लस्टर’ पुनर्विकास की मूल योजना का मतलब है कि अलग-अलग इमारतों का पुनर्विकास करने के बजाय, कई पुरानी इमारतों का संयुक्त रूप से पुनर्विकास किया जाता है।

शिंदे ने कहा कि झुग्गी-झोपड़ियों और जर्जर इमारतों का पुनर्विकास करने वाली राज्य सरकार की एजेंसियां ​​दो लाख से अधिक मकान बनाएंगी। उन्होंने कहा कि कोंकण तटीय सड़क और कोंकण ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने केंद्र से नासिक-पुणे रेल लाइन पर जल्द से जल्द काम शुरू करने का आग्रह किया। उन्होंने आठ जिलों वाले मराठवाड़ा क्षेत्र को सूखा मुक्त बनाने के लिए नदी-जोड़ो परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए केंद्रीय निधि की मांग की। उन्होंने तटीय कोंकण क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया ताकि वर्षा जल को समुद्र में जाने से रोका जा सके।

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