आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव का आया ट्वीट, जानें क्या कहा

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

माइक्रोसॉफ्ट की एक बड़ी खराबी के कारण आज दुनिया भर में बड़े पैमाने पर व्यवधान उत्पन्न हुआ। इसका सबसे ज्यादा असर उड़ानों पर पड़ा है। इसके अलावा भुगतान प्रणालियों और आपातकालीन सेवाओं में भी समस्याएं आईं। हवाई अड्डों पर भीड़भाड़ देखी जा रही है। इन सबके बीच पूरे मामले को लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि MEITY वैश्विक आउटेज के संबंध में Microsoft और उसके सहयोगियों के संपर्क में है। इस आउटेज के कारण की पहचान कर ली गई है और समस्या के समाधान के लिए अपडेट जारी कर दिए गए हैं।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि CERT एक तकनीकी सलाह जारी कर रहा है। एनआईसी नेटवर्क प्रभावित नहीं है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सेवाएं बंद होने से पूरी दुनिया इस वैश्विक संकट को देख रही है। हमारे देश में, हवाई अड्डों का जमीनी संचालन प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) और MoCA (नागरिक उड्डयन मंत्रालय) स्थिति पर नजर रख रहे हैं। बीजेपी नेता राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि Microsoft 365 और Microsoft सुइट का उपयोग लाखों भारतीयों द्वारा किया जाता है। इस प्लेटफ़ॉर्म पर कोई भी रुकावट कई कंपनियों के व्यवसाय और संचालन को बाधित करती है। मुझे उम्मीद है कि माइक्रोसॉफ्ट सेवाओं को शीघ्र बहाल कर देगा। मुझे विश्वास है कि भारत सरकार माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगी कि सेवाएं जल्द से जल्द बहाल हो जाएं। एक यात्री दीपक ने कहा कि मैं एयर इंडिया की फ्लाइट से मुंबई से आया हूं। उड़ान में एक घंटे की देरी हुई. मुझे कारण नहीं मालूम, मेरे पूछने पर उन्होंने मुझे बताया नहीं। हालाँकि, हमें आसानी से प्रवेश दिया गया…हमें किसी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। एक यात्री का कहना है, “माइक्रोसॉफ्ट को वैश्विक आउटेज का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण अंदर लंबी कतार है…हमें एक संदेश मिला है कि देरी होगी…।” एक अन्य ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के इस दिक्कत से हम प्रभावित हो रहे हैं…हमारे लैपटॉप चालू नहीं हो रहे हैं…एयरपोर्ट पर लंबी कतारें हैं। MoCA (नागरिक उड्डयन मंत्रालय) के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है, “हम सामने आ रही स्थिति पर नजर रख रहे हैं और तकनीकी खराबी के कारण प्रभावित होने वाले हवाई अड्डों की संख्या का विश्लेषण कर रहे हैं, जिसने एयरलाइन प्रणालियों को प्रमुख रूप से प्रभावित किया है।”

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