ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन, दिल्ली में ली अंतिम सांस, AIIMS में थीं भर्ती

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। उनका निधन सुबह 9:28 बजे हुआ और वह अपने अंतिम दिनों में वेंटिलेटर पर थीं।वह पिछले तीन महीने से प्रमुख अस्पताल में इलाज करा रही थीं और सेप्सिस के साथ-साथ निमोनिया से भी जूझ रही थीं। प्रेस बयान में कहा गया है कि बड़े दुख के साथ बताना चाहते हैं कि राजमाता अब नहीं रहीं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और ग्वालियर राजघराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का पिछले दो महीने से दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले दो सप्ताह से उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी। आज सुबह 9:28 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली।
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पूज्य माता जी श्रीमती माधवी राजे सिंधिया जी के निधन का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ। मां जीवन का आधार होती हैं, इनका जाना जीवन की अपूरणीय क्षति है। बाबा महाकाल से दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ। ।।ॐ शांति।। मंत्री तुलसी राम सिलावट ने लिखा कि केंद्रीय मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जी की पूज्यनीय माताजी श्रद्धेय माधवी राजे सिंधिया जी के देवलोकगमन का समाचार अत्यंत दुःखद है। राजमाता साहब वात्सल्य निधि से आप्लावित माँ थी जिन्होंने सिंधिया राजपरिवार की जनसेवा की परम्परा को हमेशा सुदृढ़ बनाए रखा। अपने क्षेत्र की जनता के प्रति भी उनका अगाध स्नेह था। उनका जाना ग्वालियर चंबल क्षेत्र की जनता के साथ ही मेरे लिए भी निजी क्षति है। प्रभु श्रीराम राजमाता साहब को अपने साकेतधाम में परम स्थान दे एवं शोक संतप्त परिजनों को दुःख की इस घड़ी में संबल प्रदान करें।
– माधवी राजे सिंधिया एक प्रमुख राजनेता माधवराव सिंधिया की पत्नी थीं, जिन्होंने संसद सदस्य और केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया।

– माधवी राजे सिंधिया स्वयं एक शाही परिवार से थीं और उन्हें ग्वालियर शाही परिवार की राजमाता (रानी माँ) के रूप में जाना जाता था।

– उन्होंने ग्वालियर में सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनका परिवार, सिंधिया, पीढ़ियों से भारतीय राजनीति और समाज में प्रभावशाली व्यक्ति रहे हैं।

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