‘अगर अमेठी गांधी परिवार का गढ़ है तो उम्मीदवार घोषित करने में देरी क्यों’, स्मृति ईरानी का कांग्रेस पर तंज

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने गुरुवार को निर्वाचन क्षेत्र से अपने उम्मीदवार की घोषणा में “देरी” के लिए कांग्रेस का मजाक उड़ाया और कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें अमेठी की ताकत का एहसास हो गया है और हार का डर उस पार्टी को सता रहा है। राहुल गांधी, जिनके लोकसभा चुनाव में अमेठी से लड़ने की उम्मीद है, 2019 का चुनाव भाजपा की ईरानी से हार गए थे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दो सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर बीजेपी सांसद ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि अमेठी गांधी परिवार का गढ़ है, उन्हें उम्मीदवार घोषित करने में इतना समय क्यों लग रहा है? उनके आत्मविश्वास की कमी आपको बताती है कि अमेठी अब कांग्रेस का गढ़ नहीं है।
राहुल पर वार करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि अगर वह दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं तो इसका मतलब है कि वह चुनाव से पहले ही अमेठी से अपनी हार की घोषणा कर रहे हैं। मैंने कहा था कि अगर उनके नेता में हिम्मत है तो मायावती, अखिलेश यादव के बिना अकेले अमेठी से चुनाव लड़ें।’ सच्चाई सामने आ जायेगी। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी को हराने के बाद स्मृति ईरानी को भाजपा ने फिर से अमेठी से अपना उम्मीदवार बनाया है। राहुल गांधी की हार कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका थी क्योंकि 1967 से अमेठी पार्टी का गढ़ रहा है।

स्मृति ईरानी से हारने से पहले राहुल गांधी ने 2004 से लगातार तीन बार यह सीट जीती थी। संसदीय सीट पर केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी तब आई जब यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने कहा कि अमेठी के लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी वहां से चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग भी प्रियंका गांधी को रायबरेली से चुनाव लड़ाने की मांग कर रहे है। राय ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की मांगें भी लोगों की इच्छाओं से मेल खाती हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने भी बुधवार को दावा किया कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे और इसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।

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