राष्ट्रीय जजमेंट
देव, दानव और मनुष्य
महादेव के पास एक लाख मंत्र थे जिसे उन्होंने तीनों बच्चों में 33-33 हजार के रूप में बांट दिए लेकिन 1 हजार मंत्र महादेव के पास शेष रह गए। महादेव के तीनों बच्चों ने शेष बचे मंत्रों को भी बांटने की मांग कर दी। फिर महादेव ने 333-333 के रूप में देव, दानव और मनुष्यों को बराबरी से यह भी वितरित कर दिए। फिर भी एक मंत्र महादेव के पास शेष रह गया और बच्चों को इस पर भी संतुष्टि नहीं हुई। तब महादेव ने उस एक मंत्र में 32 अक्षरों में से 10-10 तीनों में वितरित कर दिए। लेकिन जो दो अक्षर शेष रह गए वो रा और म थे जिसे उन्होंने अपने कंठ में धारण कर लिया। उसी का परिणाम है कि कालकूट हलाहल विष भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाया। राम का चरित्र ही इतना विलक्षण है कि वह आपको निशंक कर देता है।
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