उन्नाव:जिले में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसके चलते गंगा के तटवर्ती इलाकों में बसने वाले गांवों में पानी घुस गया है। सड़कों के ऊपर से पानी बहने के कारण आवागमन बंद हो गया है।जिले की बात करें तो उन्नाव जिले में चेतावनी बिंदु का निशान 112 मीटर है तो वहीं 113 मीटर खतरे का निशान है। शनिवार की सुबह तक गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 5 सेंटीमीटर नीचे है और लगातार जलस्तर में बढ़ाव बना हुआ है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि रविवार तक गंगा का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर जाएगा।
बीते 24 घंटे में जलस्तर 136 सेंटीमीटर बढ़ा है। रविवार सुबह तक स्थिति बदतर होनी की आशंका है। प्रशासन और राजस्व टीमें सक्रिय हैं।सदर तहसील की बात करें तो यहां शुक्लागंज समेत कई गांव जैसे देवीपुरवा, लालतुपुरवा, पनपथा, दनुकुखेड़ा, गंगादीनखेड़ा, टपरा, महानंद पुरवा, कोलवा, बाबू बंगला, चंडी बंगला, बरधना आदि कई गांव प्रभावित हुए हैं। बीघापुर तहसील की बात करें तो यहां धुलिखेड़ा और लालखेड़ा ग्रामसभा बारा सगवर थाना क्षेत्र के गढ़ेवा गांव स्थित डोमनपुर राष्ट्रीय नेशनल राजमार्ग 2 को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग गंगा के जलस्तर बढ़ने से तेजी से कटान की ओर बढ़ रहा है।
साथ ही बताया कि कहीं कहीं लोगों के घरों तक में पानी घुस गया है। रोटी बनाने तक की जगह नहीं बची है। दूसरे बाढ़ पीड़ित ने बताया कि हमारे क्षेत्र में करीब आठ दस गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जिसमे गड़ाई, भुलभुलिया खेड़ा, अर्जुनपुर, खग्गापुरवा, दबौली चिरंन्जूपुरवा, नया खैरी हिन्दूपुर, अर्जुनपुर यह सब बाढ़ की चपेट में है।
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