सत्येन्द्र जैन का साथ रहने के लिए कैदी चुनना एक पुरानी कहावत को चरितार्थ करता है कि सईया भये कोतवाल तो डर काहे का: वीरेन्द्र सचदेवा

नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि गत वर्ष नवम्बर- दिसम्बर में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन के मसाज कराने से लेकर मनमाने लोगों से मिलने तक के वीडियो वायरल होने के बाद ऐसा लगने लगा था कि शायद अब दिल्ली सरकार अपने इस पूर्व मंत्री की सुविधाओं पर रोक लगाएगी पर ऐसा लगता है कि सत्येन्द्र जैन के पास मुख्यमंत्री के बहुत से राज़ हैं और इस लिए वह तिहाड़ जेल में अपनी मनमानी चलाने के लिए स्वतंत्र हैं।

उन्होंने ने कहा है कि आज दिल्ली वाले यह जानकर स्तब्ध हैं कि गत दिनों सत्येन्द्र जैन ने अपनी इच्छानुसार कैदी चुनकर अपनी बैरक में सेवा के लिए रखवा लिये। इस एक घटना से स्पष्ट होता है कि केजरीवाल सरकार द्वारा प्रशासित तिहाड़ जेल में किस तरह केजरीवाल के पूर्व मंत्रियों के मनमानी का खेल चल रहा है। हमारी जानकारी में है कि पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया भी इसी तरह बहुत सी सुविधाएं पा रहे हैं।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष ने कहा है कि हम नहीं जानते कि सत्येन्द्र जैन ने किन दो कैदियों को अपने साथ रहने के लिए चुना वह कौन हैं पर जब उनके पास साथी चुनने की छूट थी ही तो बेहतर होता वे मनीष सिसोदिया और सुकेश चन्द्रा को चुन लेते ताकि तीनों साथ बैठकर अपनी पुरानी यादें ताजा करते रहते।

सचदेवा ने कहा है कि सत्येन्द्र जैन का साथ रहने के लिए कैदी चुनना एक पुरानी कहावत को चरितार्थ करता है कि सईया (केजरीवाल) भये कोतवाल तो डर काहे का।

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