महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने भारत दर्शन पार्क में 100 डेज़ टू बीट प्लास्टिक अभियान का किया समापन

निगम ने अभियान के दौरान लगभग 14164 किलो प्लास्टिक को किया जब्त और 1596 चालान काटे

नई दिल्ली: दिल्ली की महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने भारत दर्शन पार्क, पंजाबी बाग में 100 डेज टू बीट प्लास्टिक अभियान का समापन किया। महापौर ने इस अवसर पर नागरिकों को दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की शपथ भी दिलाई। दिल्ली नगर निगम द्वारा इस अनूठे अभियान की  शुरुआत निगम क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से की गई थी। 100 दिनों के इस अभियान का समापन 22 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस पर किया गया है। इस अवसर पर उपमहापौर आले मुहम्मद इकबाल, पार्षद सुमन त्यागी, आयुक्त, ज्ञानेश भारती, ‘भारत के प्लॉगमैन’ रिपुदमन देल्वी, गन्धर्व महाविद्यालय के प्राचार्य पद्मश्री पंडित मधुप मुद्गल और एमसीडी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, #100daystoBeatPlastic पर विशेष वीडियो, हीलिंग हिमालय द्वारा प्रस्तुति और लोगों के लिए एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।

इस अवसर पर महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने 100 डेज टू बीट प्लास्टिक अभियान को सफल बनाने के लिए निगम अधिकारियों और नागरिकों बधाई दी। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन व ग्लोबल वार्मिंग जैसी वैश्विक चुनौतियों के लिए और प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण के लिए हम सब ज़िम्मेदार है। हम सब को एक साथ मिलकर इन्हें प्लास्टिक को ख़त्म करना होगा। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम ने अपनी रिपोर्ट में यह बताया है कि लगभग प्रतिदिन 56 लाख टन प्लास्टिक वेस्ट उत्पन्न होता है। ऐसे बहुत सारी संस्थाएं हैं जो हमें समय समय पर इस तरह की जानकारियों के माध्यम से जागरूक करने का कार्य करती है। हम सबको मिलकर बहुत सारी नई शुरुआत करनी होगी ताकि हम प्लास्टिक जैसी समस्या को ख़त्म कर सके जैसे की प्लास्टिक के प्रयोग को ख़त्म करने के लिए नई रणनीतियाँ, नई ज़मीन स्तर पर नागरिकों की और अधिक भागीदारी।

दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों को ख़त्म करने के लिए तेज़ी से कार्रवाई की जा रही है। कूड़ा, प्रदूषण सिर्फ़ 10-15 दिनों में ख़त्म नहीं होगा इसके लिए हम सबको मिलकर निरंतर कार्य करना होगा। किसी भी अभियान को सफल बनाने में नागरिकों की भूमिका बहुत अहम होती है और ऐसे में नागरिकों का सहयोग प्लास्टिक मुक्त दिल्ली बनाने के लिए बहुत ज़रूरी है।

उपमहापौर, आले मुहम्मद इक़बाल ने कहा कि 100 डेज टू बीट प्लास्टिक अभियान का समापन आज विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर हो रहा है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए दिल्ली के नागरिक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने बताया कि यदि प्लास्टिक के समस्या को किसी सरकार ने गंभीरता से लिया है तो वह दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम जो निरंतर प्लास्टिक को ख़त्म करने की दिशा में कार्य कर रही है।

उन्होंने बताया कि हमें व्यक्तिगत स्तर पर इस तरह की मुहिम को शुरू करने की ज़रूरत है ताकि हम सब मिलकर अपने अपने स्तर पर प्लास्टिक को ख़त्म करने के लिए कार्य कर सके। उन्होंने बताया कि यह मुहिम केवल 100 दिनों की मुहिम नहीं है यह निरंतर चलने वाली मुहिम है और यह तब तक चलती रहेगी जब तक हम प्लास्टिक मुक्त दिल्ली न बना दें। उन्होंने बताया कि कैसे भी अभियान को सफल बनाने में नागरिकों की भूमिका अहम होती है ऐसे में उन्होंने नागरिकों से इस अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।

आयुक्त ज्ञानेश भारती ने 100 डेज टू बीट प्लास्टिक अभियान को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि हमारे सभी ब्रांड एंबेसडर ने नागरिकों को जागरूक किया और बताया की कैसे प्लास्टिक हम सब के लिए और पर्यावरण के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक हम सबके लिए एक बड़ी समस्या है। दिल्ली में रोजाना 11,000 टन कचरा निकलता है, जिसमें से करीब 10 फीसदी हिस्सा प्लास्टिक कचरे का होता है। प्लास्टिक हजारों सालों में भी ख़त्म नहीं होता है और यह पर्यावरण को दूषित करता रहता है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद से निगम ने काफी काम किया है।

इस अभियान को दिल्ली नगर निगम द्वारा 21 जनवरी 2023 को निगम क्षेत्र को सक्रिय सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से “प्लास्टिक मुक्त” बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस अभियान के दौरान दिल्ली नगर निगम द्वारा विभिन्न कार्य किए गए जैसे की शुभंकर “निवारण दादी” का शुभारंभ, लक्षित उपभोक्ताओं को 5 लाख कपड़े के थैलों का वितरण, श्री रिपु दमन-प्लॉगमैन के साथ साप्ताहिक प्लॉगिंग अभियान, शहर भर में गहन प्रवर्तन अभियान, निगम के विभिन्न पार्कों में विकल्प स्टोर्स, प्लास्टिक कलेक्शन कियोस्क और बार्टन भंडार की स्थापना, प्लास्टिक कचरे से बने रिसाइकिल बेंचों और सूचनात्मक बोर्डों की स्थापना और सभी क्षेत्रों में प्लास्टिक क्रशिंग मशीनों लगाना।

100डेज़टूबीटप्लास्टिक अभियान को सफल बनाने के लिए निगम द्वारा विभिन्न उच्च भीड़ वाले स्थानों पर लगभग 34 पीईटी बोतल क्रशर मशीनें स्थापित कीं गई। लगभग 1596 चालान काटने के साथ 14164 किलोग्राम प्लास्टिक जब्त किया गई, जिसे प्लास्टिक बेंच, बोर्ड और टी-शर्ट बनाने के लिए अधिकृत रिसाइकलरों को भेजा गया। इसके अलावा निगम ने इन 100 दिनों में पार्क, मॉल, साप्ताहिक बाजार, मंडियां, सामुदायिक केंद्र, स्कूल, विश्वविद्यालय, रेस्तरां/होटल/बैंक्वेट हॉल को प्लास्टिक फ्री बनाने का लक्ष्य रखा था। सक्रिय आरडब्ल्यूए सदस्यों, एनजीओ, रिसाइकलरों और रियायतग्राहियों के समर्थन से, एमसीडी ने कई प्लास्टिक मुक्त लक्षित स्थान हासिल किए हैं।

प्लास्टिक के प्रयोग को हतोत्साहित करने के लिए निगम प्रयासों को व्यापक रूप से मान्यता मिली है। अर्थ डे नेटवर्क इंडिया ने एमसीडी को स्टार म्युनिसिपल लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया है। एमसीडी 27 अप्रैल 2023 को मुंबई में आयोजित होने वाले प्लास्टिक रीसाइक्लिंग सम्मेलन एशिया में शहरी स्थानीय निकाय चैंपियन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा।

एमसीडी ने विभिन्न क्षेत्रों में आज 600 विकल्प स्टॉल भी उद्घाटन किए हैं। अब दिल्ली में एमसीडी के 1000 विकल्प स्टॉल होंगे। अगर उपभोक्ता घर से थैला लाना भूल जाते हैं तो इनमें से किसी भी दुकान से कपड़े का थैला उधार ले सकते हैं।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More