वाह रे लेखपाल साहेब धन भी लिया, धर्म भी लिया अब जेल भेजवाने का बुन रहे ताना-बाना

भ्रष्टाचार में लिप्त लेखपाल रायसाहब सिंह पर पैसे लेकर पीटने के लगे गंभीर आरो

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

राजेश जायसवाल

सुलतानपुर। बीते विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला भी शुरू हो गया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को समाजवादी पार्टी को जहां ”दुर्दांत माफियाओं की सरपरस्त” पार्टी करार दिया था वहीं यह भी कहा था कि उनकी सरकार ने अपराध के प्रति ”जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई है. योगी ने कहा कि उनकी सरकार की इस सख्ती के चलते राज्य के व्यापारियों में भी विश्वास पैदा हुआ है. मुख्यमंत्री ने यह बातें लखनऊ में व्यापारी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहीं थी. उन्होंने कहा था कि – ”हमारी सरकार की अपराध के प्रति सख्त नीतियों के कारण अराजक तत्वों की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाये जाने से सबसे ज्यादा तकलीफ सपा को ही होती है.”

लेकिन सुल्तानपुर जिले के नगर तहसील में तैनात लेखपाल रायसाहब सिंह की कारगुजारी से जहां जनता परेशान है तो वहीं दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि भी रंगबाज लेखपाल रायसाहब सिंह से परेशान हैं। अभी ताजा मामला सामने आया है जिसमें धम्मौर थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव निवासी अनिल यादव ने कोतवाली देहात पुलिस को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि उसने अपनी जमीन की पैमाइश कराने हेतु उपजिलाधिकारी से आदेश होनी थी जिसके संबंध में पीड़ित अनिल यादव ने स्थानीय लेखपाल राय साहब सिंह से संम्पर्क किया तब लेखपाल रायसाहब सिंह ने दस हजार रुपए की मांग कर दी आरोप के मुताबिक दो दिन बाद तहसील परिसर के पीछे पीड़ित को बुलाकर उक्त लेखपाल ने दस हजार रुपए ले लिए , बावजूद इसके पैमाइश नहीं हुई फिर पीड़ित थक हार कर दूबेपुर ब्लाक के प्रमुख प्रतिनिधि चन्द्रशेखर सिंह शेखर से मिल कर अपनी पीड़ा सुनाई।

आरोप है कि इस घूस कांड की जानकारी प्रमुख प्रतिनिधि चन्द्रशेखर सिंह को देने से लेखपाल रायसाहब सिंह खिन्न हो गया और बीते कहा कि सरकारी आदमी हूं फर्जी मुकदमे में जेल भेजवा दूंगा जीवन बर्बाद हो जाएगा, आरोप के मुताबिक उसके बाद लेखपाल रायसाहब सिंह ने प्रयागराज अयोध्या मार्ग स्थित अपने होटल रघुकुल रेस्टोरेंट पर फोन कर बुलाया और कहा कि कुछ जरूरी बातें करनी है। और जब पीड़ित वहां पहुंचा तो वहां पर पहले से मौजूद राय साहब सिंह, उनके लड़के हर्ष सिंह और चार पांच अज्ञात लोगों ने भद्दी गालियां देते हुए कहा कि तुम हमसे नेतागिरी कराओगे? उसके बाद लेखपाल और उनके पुत्र अपने साथियों के साथ मिलकर जमकर लात घूसों की बारिश कर दी। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More