आठ सालों में दिल्ली में ना शिक्षा व्यवस्था सुधारी ना स्कूल, शिक्षा को केवल राजनीतिक प्रचार का माध्यम बनाया: भाजपा

नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशि का बयान कि केजरीवाल सरकार ने सरकारी स्कूल व्यवस्था में जनता का विश्वास पुन: स्थापित किया है, हास्यास्पद है। स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चरल सुधार एवं शिक्षक विकास योजनाओं के साथ ही मेंटॉर टीचर कार्यक्रम पर सुश्री आतिशि के दावे भी उतने ही खोखले हैं जितना केजरीवाल सरकार के अन्य विकास के दावे।

कपूर ने कहा है कि आतिशि मंत्री तो अभी कुछ दिन पूर्व बनी हैं पर अपने राजनीतिक गुरु मनीष सिसोदिया के कारण गत सात-आठ वर्षों से दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी हैं और दिल्ली के सरकारी स्कूलों की चरमराई व्यवस्था के लिए उतनी ही दोषी हैं जितने मनीष सिसोदिया हैं। आतिशि कहती हैं कि लोगों का विश्वास सरकारी स्कूलों में स्थापित हुआ है जबकि सच यह है कि दिल्ली की आबादी बढ़ रही है पर सरकारी स्कूलों में पढने वाले छात्रों की संख्या हर साल कम हो रही है। यही नहीं जितने छात्र 9वीं कक्षा में पढ़ते हैं, 10वीं में उससे आधे छात्र ही परीक्षा में बैठते हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक आतिशि का स्कूलों का इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने का दावा है तो असल स्थिति यह है कि आज भी दिल्ली के 75 फीसदी स्कूलों में विज्ञान एवं कॉमर्स नहीं पढ़ाई जाती, छात्रों के लिए खेल शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। केजरीवाल सरकार ने सेना पाठ्यक्रम शिक्षा एवं खेल विश्वविद्यालय दोनों ही मामलों में ही दिल्ली के छात्रों को निराश किया है। स्कूली छात्रों के लिए चलाई गई मेंटॉर व्यवस्था ठप्प हो चुकी है और शिक्षक विकास योजना तो केवल कागजों में हैं, दिल्ली के स्कूलों में ना पूरे शिक्षक हैं और ना ही पूरे प्रधानाध्यापक, केजरीवाल सरकार केवल अपने गुणगान में मस्त है।

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