दिल्ली के स्कूलों में शिक्षकों के 16000 से अधिक पद खाली रहना दिल्ली सरकार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था का परिचायक : अभाविप

दिल्ली के स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के पदों को जल्द से जल्द भरा जाए : अभाविप

नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,दिल्ली में दिल्ली सरकार और एमसीडी के स्कूलों में 16000 से अधिक शिक्षकों के खाली पड़े पदों को दिल्ली सरकार की बदहाल शिक्षा व्यव्स्था का परिचायक मानती है तथा जल्द से जल्द इन पदों को भरने का आग्रह करती है ।

गौरतलब है कि दिल्ली के शिक्षा निदेशालय की ओर से न्यायालय को जो जानकारी दी गई है उस जानकारी के मुताबिक लाइब्रेरियन को मिलाकर दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षकों की कुल क्षमता 53933 है इनमें से 16546 पद खाली पड़े हैं इसमें भी सबसे अधिक टीजीटी के 10956 पद खाली पड़े हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार का अपनी शिक्षा व्यवस्था का झूठा गुणगान करना अपनी खस्ताहाल शिक्षा व्यवस्था को छुपाने के लिए है जिसका अभाविप कड़े शब्दों में निंदा करती है व दिल्ली सरकार से आग्रह करती है कि ख़ाली पड़े शिक्षक के पदों को जल्द से जल्द भरे।

अभाविप दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि हाल ही में शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए शिक्षकों के पदों की रिक्तियां दिल्ली सरकार की शिक्षा व्यवस्था का सच सामने लाती है। दिल्ली सरकार गत कई वर्षों से दिल्ली के जनता को ऐसे ही मूर्ख बनाती रही है इनके विश्वविद्यालय तथा स्कूल कागज़ों पर तो दिखे परंतु वास्तविकता में नही हैं। अभाविप दिल्ली सरकार से आग्रह करती है कि दिल्ली सरकार अपनी झूठे कागजी हथकंडों पर से ध्यान हटाकर वास्तविक्ता पर काम करे एवं दिल्ली में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को जल्दी से भरे।

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