घंटा’ बजने से यहाँ सरकती है जिंदगी, ‘पचासा’ से होती है दिनचर्या की शुरुआत।
लखनऊ। 'घंटा'(एक निश्चित समयावधि/60 मिनट का समय) कुछ वर्गों के लोगों के लिए उनके जीवन में एक अहम हिस्सा होता है। लेकिन किसी की जिंदगी घंटा बजने से ही चलती हो, ऐसा आपने कभी नहीं सुना होगा।हम आज आपको एक ऐसे ही मामले से अवगत कराते हैं जहाँ पर…