कस्बा नबाबगंज में बुलडोजर ने दी दस्तक, लोगों की नींद हराम

ईओ ने कस्बे में घूमकर व्यापारियों की दी चेतावनी,

राष्ट्रीय जजमेन्ट फर्रुखाबाद :-

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को “बुलडोजर बाबा” का तमगा क्या दे दिया, बुलडोजर ने पूरे सूबे भर में लोगों की नींद हराम कर दी। रुला देने वाली महंगाई में खून और पसीना बहाकर बनाए गए आशियाने, दुकानें ढहाए जा रहे हैं। बुलडोजर की आवाज में पीडि़तों की चीखें दब गयीं। आँसू पोंछने वाला कोई नहीं है। अब बुलडोजर ने कस्बा नवाबगंज की ओर रुख किया है। वहाँ के दुकानदारों की नींद हराम हो गयी है।

अब जरा आपको बुलडोजर बाबा कहते क्या हैं यह एक भुक्तभोगी की जुबानी आपको बता दें-

अमीरन से हम बोलिहैं नाहीं, भाजपाई लगें मेरे भैया।
गरीबन को हम छोड़िहें नाहीं, हाय करें, चाहे दैया।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिशाषी अधिकारी नवाबगंज ने कस्बे में घूम-घूमकर अतिक्रमणकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह शीघ्र ही अपना-अपना अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा मंगलवार को उनका अतिक्रमण प्रशासन द्वारा हटा दिया जायेगा। कस्बा नवाबगंज में अतिक्रमण हटाने की शुरुआत मंगलवार को होगी। इस संबंध में प्रशासक ए.डी.एम. ने एक हफ्ता पूर्व ही अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत सुभाष चंद्र को निर्देशित किया था कि मंगलवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान कस्बे में चलाया जाएगा।

आज अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत नवाबगंज ने अपने कर्मचारियों को लेकर कस्बे का निरीक्षण किया और फुटपाथ पर लगी दुकानों को हटाने के निर्देश दिए। ई.ओ. ने बताया कि मंगलवार को नाला खुलवाने के लिए अतिक्रमण की जद में आ रहे मकानों को भी तोड़ा जाएगा तथा फुटपाथ पर लगी दुकानों को भी अतिक्रमण के दायरे से हटाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने फुटपाथ पर लगे दुकानदारों तथा अतिक्रमण की जद में आ रहे मकान मालिकों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह मंगलवार तक खुद अपना अतिक्रमण हटा लें अन्यथा उनका अतिक्रमण नगर पंचायत हटवा देगा।

यहाँ सवाल यह उठता है कि दुकानों के सामने अतिक्रमण करने वालों पर तो कार्रवाई ठीक है, क्योंकि उनके इस कृत्य से राहगीरों को मुश्किल होती है और जाम की समस्या उत्पन्न होती है। लेकिन बैनामा के बाद भी जब निर्माण तोड़ा जाता है, उसका जिम्मेदार कौन है? जब बैनामा किया जाता है, अथवा जब कोई निर्माण हो रहा होता है, उस समय पुलिस, अधिशासी अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट और अन्य जिम्मेदार कहाँ होते हैं। अगर उसी समय चेतावनी दे दी जाए और उस निर्माण को होने ही न दिया जाए तो लोगों का आर्थिक नुकसान बच सकता है। योगी 2.O सरकार में बहुत से फैसले गलत हो रहे हैं। फ्री राशन में तमाम बाधाएं डाल दी गयीं। बुलडोजर मनमानी पर उतारू है। अब किसान सम्मान निधि पर भी शिकंजा है। इससे तो यही लगता है योगी बाबा 2024 में मोदी की राह कठिन करने बाले फैसले ले रहे हैं। इन फैसलों का असर 2024 के चुनाव पर क्या पड़ेगा…? ये तो आने बाला वक्त ही बताएगा।

फर्रुखाबाद से विक्रान्त सिन्हा की रिपोर्ट,

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