पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 21 जनवरी 2022

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*****|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*****ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक-: 21/01/2022,शुक्रवार*
तृतीया, कृष्ण पक्ष
मघा
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ——– तृतीया 08:51:23 तक
पक्ष —————————कृष्ण
नक्षत्र ———–मघा 09:41:52
योग ———-सौभाग्य 15:03:28
करण ——विष्टि भद्र 08:51:23
करण ———— बव 21:05:44
वार ———————— शुक्रवार
माह —————————- माघ
चन्द्र राशि ——————— सिंह
सूर्य राशि ——————- मकर
रितु ————————–शिशिर
आयन ——————- उत्तरायण
संवत्सर ———————- प्लव
संवत्सर (उत्तर)———— आनंद
विक्रम संवत ————— 2078
विक्रम संवत (कर्तक)—- 2078
शाका संवत————– 1943

वृन्दावन
सूर्योदय————- 07:11:22
सूर्यास्त————– 17:49:52
दिन काल ————–10:38:30
रात्री काल ————13:21:14
चंद्रास्त —————-09:29:52
चंद्रोदय ————— 20:58:48

लग्न —–मकर 6°49′ , 276°49′

सूर्य नक्षत्र ————–उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र ———————मघा
नक्षत्र पाय ——————–रजत

*??? पद, चरण ???*

मे—- मघा 09:41:52

मो—-पूर्वाफाल्गुनी 15:57:52

टा—- पूर्वाफाल्गुनी 22:12:25

टी—- पूर्वाफाल्गुनी 28:25:28

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मकर 06:42 ‘ उ oषा o , 4 जी
चन्द्र =कर्क 12°23 ‘ मघा , 4 मे
बुध = मकर 12 ° 07 ‘ श्रवण ‘ 1 खी
शुक्र=धनु(व) 18°55, पू oषा o ‘ 2 धा
मंगल=धनु 03°30 ‘ मूल ‘ 2 धा
गुरु=कुम्भ 10°30 ‘ शतभिषा, 2 सा
शनि=मकर 20°43 ‘ श्रवण ‘ 4 खो
राहू=(व)वृषभ 04°30’ कृतिका , 3 उ
केतु=(व)वृश्चिक 04°30अनुराधा , 1 ना

राहू काल 11:11 – 12:31 अशुभ
यम घंटा 15:10 – 16:30 अशुभ
गुली काल 08:31 – 09:51 अशुभ
अभिजित 12:09 -12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 09:19 – 10:02 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:52 – 13:34 अशुभ

?गंड मूल 07:11 – 09:42 अशुभ

?चोघडिया, दिन
चर 07:11 – 08:31 शुभ
लाभ 08:31 – 09:51 शुभ
अमृत 09:51 – 11:11 शुभ
काल 11:11 – 12:31 अशुभ
शुभ 12:31 – 13:50 शुभ
रोग 13:50 – 15:10 अशुभ
उद्वेग 15:10 – 16:30 अशुभ
चर 16:30 – 17:50 शुभ

?चोघडिया, रात
रोग 17:50 – 19:30 अशुभ
काल 19:30 – 21:10 अशुभ
लाभ 21:10 – 22:50 शुभ
उद्वेग 22:50 – 24:30* अशुभ
शुभ 24:30* – 26:11* शुभ
अमृत 26:11* – 27:51* शुभ
चर 27:51* – 29:31* शुभ
रोग 29:31* – 31:11* अशुभ

?होरा, दिन
शुक्र 07:11 – 08:05
बुध 08:05 – 08:58
चन्द्र 08:58 – 09:51
शनि 09:51 – 10:44
बृहस्पति 10:44 – 11:37
मंगल 11:37 – 12:31
सूर्य 12:31 – 13:24
शुक्र 13:24 – 14:17
बुध 14:17 – 15:10
चन्द्र 15:10 – 16:03
शनि 16:03 – 16:57
बृहस्पति 16:57 – 17:50

?होरा, रात
मंगल 17:50 – 18:57
सूर्य 18:57 – 20:03
शुक्र 20:03 – 21:10
बुध 21:10 – 22:17
चन्द्र 22:17 – 23:24
शनि 23:24 – 24:30
बृहस्पति 24:30* – 25:37
मंगल 25:37* – 26:44
सूर्य 26:44* – 27:51
शुक्र 27:51* – 28:58
बुध 28:58* – 30:04
चन्द्र 30:04* – 31:11

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??*

मकर > 06:52 से 08:34 तक
कुम्भ > 08:34 से 10:02 तक
मीन > 10:02 से 11:28 तक
मेष > 11:28 से 14:05 तक
वृषभ > 14:05 से 16:01 तक
मिथुन > 15:01 से 17:16 तक
कर्क > 17:16 से 19:36 तक
सिंह > 19:36 से 20:51 तक
कन्या > 20:51 से 00:06 तक
तुला > 00:06 से 02:21 तक
वृश्चिक > 02: 21 से 04:44 तक
धनु > 04:44 से 06:52 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 3 + 6 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

मंगल ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

18 + 18 + 5 = 41 ÷ 7 = 6 शेष

क्रीड़ायां = शोक ,दुःख कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

प्रातः 08:51 तक समाप्त

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी

*?? विशेष जानकारी ??*

* संकटी चतुर्थी व्रत

* चतुर्थी व्रत चंद्रोदय रात्रि 21:01

* सौभाग्य सुंदरी व्रत

*??? शुभ विचार ???*

राज्ञधर्मणि धर्मिष्ठाः पापे पापाः समे समाः ।
राजानमनुवर्तन्ते यथा राजा तथा प्रजाः ।।
।।चा o नी o।।

यदि राजा पुण्यात्मा है तो प्रजा भी वैसी ही होती है. यदि राजा पापी है तो प्रजा भी पापी. यदि वह सामान्य है तो प्रजा सामान्य. प्रजा के सामने राजा का उद्हारण होता है. और वो उसका अनुसरण करती है.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11

मा ते व्यथा मा च विमूढभावोदृष्ट्वा रूपं घोरमीदृङ्‍ममेदम्‌।,
व्यतेपभीः प्रीतमनाः पुनस्त्वंतदेव मे रूपमिदं प्रपश्य ॥,

मेरे इस प्रकार के इस विकराल रूप को देखकर तुझको व्याकुलता नहीं होनी चाहिए और मूढ़भाव भी नहीं होना चाहिए।, तू भयरहित और प्रीतियुक्त मनवाला होकर उसी मेरे इस शंख-चक्र-गदा-पद्मयुक्त चतुर्भुज रूप को फिर देख॥,49॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।

?वृष
किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।

?मिथुन
आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी।

?कर्क
आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।

?सिंह
आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।

?‍♀️कन्या
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।

⚖️तुला
वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

?वृश्चिक
वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। विशेषकर गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।

?धनु
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।

?मकर
बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।

?कुंभ
व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद न करें।

?मीन
जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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