RJ संवाददाता मलिहाबाद
शनिवार रात 8:00 बजे के लगभग तेंदुए ने नीलगाय को बनाया अपना शिकार नीलगाय घबराकर गांव की तरफ भगा गांव के किनारे महेश प्रसाद के खेत के बगल में मूलचंद के खेत में नीलगाय को तेंदुए ने धर दबोच लिया तेंदुए की दहाड़ सुन ग्रामवासी भयभीत हो गए जिससे वहां पर बैठे लोगों ने देखा कि तेंदुआ नीलगाय को नोच रहा है और नीलगाय छुड़ाने की कोशिश कर रहा है वहीं पर बैठी अपने घर के बाहर केसना पत्नी बाबादीन आगताप रही थी और बाबा दीन शौच के लिए बाहर गए थे जहाँ पर बाबा दीन शौच कर रहे थे वह से लगभग 50 से 60 मीटर की दूरी की घटना है
जिससे वह बहुत डरे व सहमे है उन्होंने बताया कि हमने अपनी आंखों से देखा है की वह हमारी तरफ आते नीलगाय को गिरा कर नोच रहा है वही पर अपने छत पर खड़ी सुनीता पत्नी मुंशीलाल, बहादुर, लालता प्रसाद, सब अपने घर कि छत से चीला चीला कर गांव वाशियो को बुला रहे थे बचाओ नीलगाय को वह नोच रहा है उन सब की आवाज सुनकर वह निलगाह को छोड़ सरसों के खेत में भाग गया उसके बाद गांव वालो ने 100 नबर पुलिस को सूचना दी
जैसे तैसे सुबह हुई पर उसको बचने में ग्रामवासी असमर्थ रहे और सुबह लगभग 6:00 बजे नीलगाय ने आखिरी सांस ली जिससे गांव वालो के मन मे वन विभाग पर बहुत आक्रोशित हैं और वह अपने बच्चों और जानवरों की रक्षा के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि यदि वह जानवरों के साथ ऐसा हुवा है तो बन विभाग मानने को तैयार नही है तो यदि ग्राम वासियों के साथ होगा तब बन विभाग मनेगा क्या और इससे ग्राम वासियों में दहशत बनी हुई है और ग्रामवासी वन विभाग पुलिस तथा आला अधिकारियों से अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगा रहे हैं
वहीं पर वन विभाग अधिकारी दिलीप सिंह चौहान मानने को तैयार ही नहीं है कि वह तेंदुआ है वह खेतो में पग चिन्हों के निशान ढूंढ रहे हैं बारिश होने के कारण पग चिन्हों के निशान नहीं मिल पाए तो ग्राम वासियों को भी जूठा साबित कर रहे है गांव वासियों के कहने पर भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए वही पर विगत कुछ दिनों पूर्व दौलतपुर में दिखे पंजो के निशान को भी दिलीप चौहान बताया था लकड़बघे व सियार के पंजो के निशान ये वन विभाग की बड़ी लापरवाही है
जमीनी विवाद को लेकर मिली सूचना देसी शराब बेचने व खरीदने का था कारोबार
मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत शनिवार शाम एक व्यक्ति ने डायल 112 पर सूचना दी कि अंटा खेड़ा मजरे जमोलिया में कुछ दबंग जबरन जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इस सूचना पर पीआरवी 2769 के कांस्टेबल शिवप्रशाद व कांस्टेबल मोहम्मद शहनवाज मौके पर पहुँचे तो वहाँ कोई कब्जा नही हो रहा था।
सूचना कर्ता रितेश कुमार राठौर से पुलिस ने पूंछताछ की तो वह हड़बड़ा गया कड़ाई से पूंछताछ की गई तो पता चला कि सूचना कर्ता का असली नाम ब्रजकिशोर राठौर है। उसी जगह मौजूद झब्बू पुत्र डल्ला भी बैठा था जिसके हाँथ में एक थैला था शक होने पर पुलिस ने तलाशी ली तो उसमे देशी शराब के 24 पौवे पुलिस ने बरामद किए।

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