सड़क किनारे मिली युवक की लाश, हत्या की आशंका
जबलपुर राष्ट्रीय जजमेंट। गोरा बाजार थाना क्षेत्र में 27 नवंबर की आज सुबह अनंतारा के पास एक युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। युवक के हाथ एवं शरीर में चोट के निशान थे, जिस कारण परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका व्यक्त की है।सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव का पीएम कराते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
गोराबाजार पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि मृतक सोहित उम्र 25 साल सदर में रहता था। जो आर्मी कैंटीन में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करता था।कल रात में वह कहीं जाने के लिए घर से निकला था।सोहित मोबाइल फोन नहीं रखता था।आज सुबह उसका शव अनंतारा के पास सड़क किनारे पड़ा मिला है।
वही मृतक सोहित के परिजन पिता पप्पू एवं मां मधु ने बताया कि सोहित के हाथ एवं शरीर में चोट के निशान हैं ऐसा लग रहा है जैसे इसको लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मारने के बाद सड़क किनारे फेंक दिया गया है।बताया जा रहा है कि सोहित अपने ससुराल में रहता था|पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है|हत्या की आशंका के चलते कई लोगों से पूछताछ की जा रही है।
मुर्गा के चक्कर में मगरमच्छ पिंजरे मेंः 10 दिन रेस्क्यू के बाद लोगों ने ली राहत की सांस
जबलपुर राष्ट्रीय जजमेंट, भेड़ाघाट में आज शनिवार को पंचवटी के पास कुंड में करीब 10 दिन से डेरा जमाए मगरमच्छ को वन विभाग की मुस्तैद टीम ने पिंजरा लगाकर रेस्क्यू कर लिया। मगरमच्छ भूल भुलैया से स्वर्गद्वारी के बीच उछल कूंद कर रहा था। सूचना के बाद से रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग के अमले ने वहाँ डेरा जमा लिया था। जानकारों के अनुसार वन विभाग द्वारा 2 पिंजरे लगाए गये थे।

देर रात तक वन अमला पूरे क्षेत्र पर नजर रखे हुए था। वहींए रेस्क्यू अभियान के दौरान वहां देखने वालों का जमघट लगा रहा।जानकारी के अनुसार पंचवटी के पास कुंड में एक मगरमच्छ करीब दस दिन ने नजर आ रहा था। जिसकी सूचना वन अमले को दी गयी थी। सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने आसपास का निरीक्षण कर पिंजरे लगाए थे। ताकि मगरमच्छ फंस सके।
आज सुबह से वन विभाग द्वारा रेस्क्यू शुरू किया गया था। इस बीच स्वर्गद्वारी के पास हुई हलचल से यह संभावना जताई जा रही थी कि मगरमच्छ वहां भी हो सकता है। इस जानकारी के आधार पर वन विभाग की टीम द्वारा पिंजरा लगाकार उसमें सुगंधित भोजन यचिकिनद्ध रखा गया था। जैसे ही मगरमच्छ आज कुंड से बाहर आया और भोजन की ओर लपकाए टीम ने रेस्क्यू कर लिया।
जीसीएफ को फिर मिला सारंग तोप बनाने का आर्डरः 250 सारंग तोपें तीनों फेक्टरी में बनेगी
एक बार फिर सारंग तोप बनाने के लिए जीसीएफ को जिम्मेदारी दी गई है। लंबे समय बाद जीसीएफ में सारंग तोपों का निर्माण होगा। 100 तोपों का आर्डर फेक्टरी को दिया गया है। इधर 250 तोपों का निर्माण तीन फेक्टरी में होगा मतलब सारंग बनाने का बांट दिया गया है।
मालूम हो कि जीसीएफ से शारंग का काम व्हीकल फैक्ट्री को दिये जाने के बाद जीसीएफ मे शारंग के लिए बनाये गए शेड से उस समय वहां लगाया गया शारंग इन्टीग्रेशन काम्प्लेक्स का बोर्ड उतार लिया गया था।जिससे कर्मचारियों मे निराशा छा गई थी।लेकिन गत दिवस फिर लगा दिये जाने से कर्मचारियों मे जिज्ञासा व्याप्त हो गई।

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