नोटों से भरे ट्रक आपस में टकराए, महिला सुरक्षाकर्मी बुरी तरह घायल

नोटों से भरे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पांच ट्रकों के काफिले में आगे-पीछे चल रहे दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर के ट्रक सेक्टर-26 चौक के पास आपस में ही टकरा गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीसरा और चौथा ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। चौथा ट्रक आगे चल रहे तीसरे ट्रक के पिछले हिस्से में जा घुसा, जिसमें सवार महिला सिपाही अंदर फंस गई। राहगीरों ने उसे निकालने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे।

बाद में क्रेन और कटर की मदद से पुलिस ने महिला सिपाही को करीब एक घंटे बाद बाहर निकाला। उसकी हालत गंभीर है। देर रात तक पीजीआई में उसकी सर्जरी जारी थी। वहीं, तीसरे ट्रक में सवार एक पुरुष सिपाही भी घायल हुआ है। उसे सेक्टर-16 के अस्पताल में दाखिल कराया गया है। पुलिस ने लापरवाही बरतने और तय दूरी न रखने के आरोप में ट्रक चालक तेजिंदर सिंह और गुरबेज सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

सोमवार को आरबीआई के पांच ट्रक रेलवे स्टेशन से सेक्टर-17 स्थित आरबीआई दफ्तर जा रहे थे। ट्रकों में रुपये होने के चलते आगे पीछे पुलिस की गाड़ियां थीं। करीब दो बजे ट्रांसपोर्ट चौक से आगे निकलते ही सेक्टर-26 चौक से पहले यातायात की वजह से आगे चल रही पुलिस की गाड़ी ने ब्रेक लगा दिया। ऐसे में पीछे चल रहे पहले और दूसरे ट्रक भी अचानक रुक गए। तीसरे ट्रक के चालक ने भी ब्रेक लगाया लेकिन दूसरे नंबर के ट्रक से टकरा गया। वहीं, तीसरे और चौथे ट्रक भी आपस में भिड़ गए। हालांकि चौथे ट्रक के चालक ने बचने के लिए दाहिनी साइड में कट मारा लेकिन दुर्घटनाग्रस्त होने से नहीं बच सका।

जोरदार टक्कर से तीसरे ट्रक में बैठा सिपाही राम सिंह घायल हो गया, जबकि चौथे ट्रक में बैठी महिला सिपाही पपीता अंदर ही फंस गई। लोगों ने तत्काल 112 पर कॉल किया और फंसे सिपाहियों को निकालने की कोशिश शुरू कर दी। महिला सिपाही की कमर से नीचे का हिस्सा गाड़ी के इंजन में बुरी तरह से फंसा था और वह चीखते-चीखते बेहोश हो गई। सफलता नहीं मिली तो पुलिस ने क्रेन और दमकल की गाड़ियां बुलाईं। क्रेन से पहले दोनों ट्रक को अलग किया गया और फिर कटर से ट्रक का हिस्सा काटकर सिपाही पपीता को बाहर निकाला। उसे सेक्टर-16 के अस्पताल ले गए, जहां से पीजीआई रेफर कर दिया गया। वहीं, राम सिंह के पैर में फ्रैक्चर है। बाद में क्षतिग्रस्त ट्रकों से रुपयों से भरे बॉक्स दूसरी गाड़ियों में रखकर भिजवाए गए।

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