पुलिया ध्वस्त होने से नाले में गिरी वैन,आधा दर्जन से अधिक घायल मासूम की उपचार के दौरान मौत

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़-सिंगरौली

  • जरहा मुख्य मार्ग की घटना,दो दर्जन गांवों का आवागमन बन्द

सिंगरौली ।जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर माड़ा थाना क्षेत्रान्तर्गत जरहा मुख्य मार्ग की एक जर्जर पुल धराशायी हो गयी। जहां एक ओमिनी वैन नाले में गिर जाने से उसमें सवार एक मासूम बालक की बैढऩ के निजी हॉस्पिटल वंदना ट्रामा सेंटर में आज सुबह मौत हो गयी। जबकि इस हादसे में आधा दर्जन लोग घायल भी हो गये हैं। हादसे की मुख्य वजह जर्जर पुल बतायी जा रही है घटना के संबंध में माड़ा टीआई रावेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि ओमिनी वैन कार नं.एमपी 66 सी 7455 में सवार होकर रजमिलान की ओर से अपने घर रौंदी गुरूवार की रात करीब 12 से 1 बजे के बीच जा रहे थे। जरहा ग्राम पंचायत के क्षतिग्रस्त पुलिया के छत के साथ वैन भी नाले में गिर गयी। वाहन में करीब 7 लोग सवार थे। जिसमें तीन साल के मासूम अमर साहू निवासी रौंदी को भी चोटे आयी थीं। घटना की सूचना मिलते ही घायलों को तत्काल बैढऩ के निजी अस्पताल वंदना ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां रात में ही तीन साल के मासूम की मौत हो गयी। आगे बताया कि पुलिया पहले से जर्जर थी। पुलिस द्वारा एक साइड में बैरिकेट लगाया गया था। वाहनों का किसी तरह आवाजाही हो रही थी। लेकिन बीती रात पुलिस के गिरने से उक्त मार्ग का आवागमन भी पृरी तरह बाधित है।

दो दर्जन गांवों का आवागमन ठप
जानकारी के मुताबिक जरहा पुल के धराशायी होने से क्षेत्र के जरहा, कटौली, सितूल, नौढिय़ा सहित करीब दो दर्जन गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है। यहां के ग्रामीण बताते हैं कि दो साल पहले पुलिया का निर्माण कार्य हुआ था। निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ताविहीन कार्य को लेकर ग्रामीणों के द्वारा विरोध किया गया था, लेकिन तत्कालीन क्रियान्वयन एजेंसी के कर्ताधर्ता किसी का नहीं सुने और घटिया निर्माण करा दिया। जिसका नतीजा सबके सामने है। युवा समाजसेवी पप्पू सिंह निवासी जरहा ने बताया कि इस हादसे में मलबे के साथ वैन कार नाले में समा गयी। जहां 7 लोगों को गंभीर चोटे आयी हैं। ग्रामीणों की मदद से घायलों को उपचार के लिए अस्पताल स्वयं के वाहन से रवाना किया गया। मौके पर कोई पुलिस कर्मी नहीं पहुंचे थे।
वैन वाहन में सवार मासूम सहित 7 व्यक्ति सवार थे। जिसमें इस हादसे में अनिल शाह उम्र 28 वर्ष, ललिता देवी शाह उम्र 26 वर्ष, राजेश शाह उम्र 32 वर्ष, पानपती शाह उम्र 30 वर्ष, गिरजा प्रसाद शाह उम्र 35 वर्ष, राधाकृष्णा शाह उम्र 22 वर्ष, अमर शाह उम्र 3 वर्ष घायल हो गये। जिनमें से मासूम अमर शाह की हालत नाजुक थी। उपचार के दौरान बैढऩ के एक निजी वंदना हॉस्पिटल के चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।

घटिया निर्माण कार्य की खुली पोल
जानकारी के मुताबिक जरहा पुल का निर्माण कार्य एनसीएल के सीएसआर मद के द्वारा दो वर्ष पूर्व कार्य कराया गया था, किन्तु घटिया निर्माण कार्य होने की वजह से पुल धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होने लगी और गुरूवार की आधी रात भरभराकर पुलिया का छत गिर पड़ा। पुलिया के टूटने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। आरोप है कि यह पुलिया कमीशनखोरी की भेंट में चढ़ गयी जिसके चलते इतना बड़ा हादसा हुआ है। संयोग था कि यात्री बसें नहीं थी नहीं थे इससे भी बड़ी घटना हो सकती थी। यह दु:खदायी भरी घटना को लेकर एनसीएल के सीएसआर प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ जहां ग्रामीणों का गुस्सा है। वहीं इनके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किये जाने की मांग शुरू हो गयी है।

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