अनुसूचित जाति और जनजाति के शोषण का कारण हैं बहुजन समाज पार्टी

सुल्तानपुर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सुल्तानपुर जिले के कई वार्डो और ग्राम सभाओ में जाने का मौका मिला कई वार्डो और ग्राम सभाओ की अनुसूचित जाति और जन जाति की गरीब बस्तियों में भी गया इन लोगो के आर्थिक हालत देख कर लगा या तो ये लोग समाज का हिस्सा नहीं या फिर ये लोग भारत के नागरिक नहीं या फिर यहूदी हैं यदि ऐसा हैं तो फिर नेता वोट के लिये इन लोगो के हाथ क्यों जोड़ रहे और यदि ये लोग भारतीय हैं तो फिर इनके हालात इतने खराब क्यों हैं

सुल्तानपुर के वार्ड नम्बर27 28 29 30 31 और कई ब्लॉक जिसमे कुड़वार बल्दीराय धनपतगंज जिसमे सैकड़ों गांव सभी में अनुसूचित जाति और जन जाति के लोगो की आर्थिक दशा और निम्न स्तरीय जीवन स्तर मिट्टी और छपरा के घरों में रोटी के लिये जीते लोग लेकिन सवाल ये उठता हैं इसका जिम्मेदार कौन वार्ड नम्बर 29से जिला पंचायत पद प्रत्याशी रही बीजेपी की महिला मोर्चा अध्यक्ष और काशी प्रान्त की मंत्री बबिता अखिलेश तिवारी ने साफ शब्दो में कहा इन लोगो के आर्थिक और सामाजिक हालत का जिम्मेदार बसपा हैं क्योंकि ये लोग जो अनुसूचित जाति और जनजाति से आते हैं

विकास के लिये वोट नहीं पार्टी के लिये करते बसपा उत्तर प्रदेश की सत्ता में रही लेकिन अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगो के आर्थिक और सामाजिक हालात के लिये कुछ नहीं किया सबसे बुरा हाल भूमिहीन किसानो और मजदूरों का हैं ग्राम प्रधान और कोटे दार की दया पर निर्भर ये लोग पेट भर रोटी के लिये जिन्दा हैं इनकी नजर में रोटी ही विकास हैं कभी कोई बड़ा नेता समाजसेवी इन लोगो की बस्तियों में गया ही नहीं इन लोगो क़ो बसपा का वोट बैंक मना जाता इसलिये इनके इस आर्थिक और सामाजिक हालत का जिम्मेदार बीसपी हैं

लेकिन जिले की सांसद से उम्मीद हैं की ग्राम सभा केवटली गोविन्द पुर कुड़वार प्रतापपुर की हरिजन बस्तियों में जाय और बिना वोट की राजनीति के इनके सामाजिक और आर्थिक हालात के जिम्मेदार ब्लॉक और जिले के अधिकारियो क़ो उचित निर्देश दे ताकि इनके जीवन में सुधार हो ऐसा तभी होगा जब जाति गत राजनीति से ऊपर उठ कर कोई सोचे

मुकेश दुबे सुल्तानपुर की रिपोर्ट

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More