पढ़िए आज का राशिफल पंचांग, 21 मार्च 2021

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 21/03/2021,रविवार
सप्तमी, शुक्ल पक्ष
फाल्गुन
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———सप्तमी 07:09:29 तक
पक्ष —————————शुक्ल
नक्षत्र ——–मृगशिरा 19:23:26
योग ——-आयुष्मान 12:37:34
करण ———वणिज 07:09:29
करण ——विष्टि भद्र 20:09:21
वार ————————-रविवार
माह ———————— फाल्गुन
चन्द्र राशि —————— मिथुन
सूर्य राशि ——————— मीन
रितु —————————वसन्त
आयन ———————उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————-06:23:16
सूर्यास्त —————–18:29:42
दिन काल ————–12:06:25
रात्री काल ————-11:52:26
चंद्रोदय —————-11:13:37
चंद्रास्त —————–25:35:11

लग्न —- मीन 6°29′ , 336°29″

सूर्य नक्षत्र ——–उत्तराभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र —————–मृगशिरा
नक्षत्र पाया ——————–लोहा

??? पद, चरण ???

का —-मृगशिरा12:46:34

की —-मृगशिरा19:23:26

कु —-आर्द्रा 25:58:02

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= मीन 06°52 ‘ उo भा o, 1 दू
चन्द्र = मिथुन00°23 ‘ मृगशिरा, 3 का
बुध = कुम्भ 12°57′ शतभिषा’ 2 सा
शुक्र= मीन 05°55, उ oभा o ‘ 1 दू
मंगल=वृषभ 15°30 ‘ रोहिणी ‘ 2 वा
गुरु=मकर 26°22 ‘ धनिष्ठा , 1 गा
शनि=मकर 15°43 ‘ श्रवण ‘ 2 खू
राहू=(व)वृषभ 20°40 ‘मृगशिरा , 4 वु
केतु=(व)वृश्चिक 20°40 ज्येष्ठा , 2 या

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 16:59 – 18:30 अशुभ
यम घंटा 12:26 – 13:57 अशुभ
गुली काल 15:28 – 16:59 अशुभ
अभिजित 12:02 -12:51 शुभ
दूर मुहूर्त 16:53 – 17:41 अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 06:23 – 07:54 अशुभ
चर 07:54 – 09:25 शुभ
लाभ 09:25 – 10:56 शुभ
अमृत 10:56 – 12:26 शुभ
काल 12:26 – 13:57 अशुभ
शुभ 13:57 – 15:28 शुभ
रोग 15:28 – 16:59 अशुभ
उद्वेग 16:59 – 18:30 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 18:30 – 19:59 शुभ
अमृत 19:59 – 21:28 शुभ
चर 21:28 – 22:57 शुभ
रोग 22:57 – 24:26* अशुभ
काल 24:26* – 25:55* अशुभ
लाभ 25:55* – 27:24* शुभ
उद्वेग 27:24* – 28:53* अशुभ
शुभ 28:53* – 30:22* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 06:23 – 07:24
शुक्र 07:24 – 08:24
बुध 08:24 – 09:25
चन्द्र 09:25 – 10:25
शनि 10:25 – 11:26
बृहस्पति 11:26 – 12:26
मंगल 12:26 – 13:27
सूर्य 13:27 – 14:28
शुक्र 14:28 – 15:28
बुध 15:28 – 16:29
चन्द्र 16:29 – 17:29
शनि 17:29 – 18:30

?होरा, रात
बृहस्पति 18:30 – 19:29
मंगल 19:29 – 20:28
सूर्य 20:28 – 21:28
शुक्र 21:28 – 22:27
बुध 22:27 – 23:27
चन्द्र 23:27 – 24:26
शनि 24:26* – 25:25
बृहस्पति 25:25* – 26:25
मंगल 26:25* – 27:24
सूर्य 27:24* – 28:23
शुक्र 28:23* – 29:23
बुध 29:23* – 30:22

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

7 + 1 + 1 = 8 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

7 + 7 + 5 = 19 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

प्रातः 07:10 से रात्रि 20:35 तक

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

?? विशेष जानकारी ??

* भानु सप्तमी

* अष्टमी व्रत

* विश्व सैन्य दिवस

??? शुभ विचार ???

निविषेणापि सर्पेण कर्तव्या महती फणा ।
विषमस्तु न चाप्यस्तु घटाटोप भयंकरः ।।
।।चा o नी o।।

यदि नाग अपना फना खड़ा करे तो भले ही वह जहरीला ना हो तो भी उसका यह करना सामने वाले के मन में डर पैदा करने को पर्याप्त है. यहाँ यह बात कोई माइना नहीं रखती की वह जहरीला है की नहीं.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मयोग अo-3

यदि ह्यहं न वर्तेयं जातु कर्मण्यतन्द्रितः ।,
मम वर्त्मानुवर्तन्ते मनुष्याः पार्थ सर्वशः ॥,

क्योंकि हे पार्थ! यदि कदाचित्‌ मैं सावधान होकर कर्मों में न बरतूँ तो बड़ी हानि हो जाए क्योंकि मनुष्य सब प्रकार से मेरे ही मार्ग का अनुसरण करते हैं॥,23॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। किसी नए कार्य में भाग लेने के योग हैं। विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा। व्यापार में भागीदार सहयोग करेंगे। शत्रु परास्त होंगे।

?वृष
सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा रहेगा। चोट व रोग से हानि संभव है। कुसंगति से हानि होगी। विवाद न करें। फालतू खर्च बढ़ेंगे। आवास संबंधी समस्या का समाधान संभव है। आवेश में कोई कार्य नहीं करें।

?मिथुन
लेन-देन में सावधानी रखें। रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक लाभ होगा। धन संबंधी कार्यों में विलंब से चिंता हो सकती है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। कार्य के विस्तार की योजना बनेगी। संत-समागम होगा।

?कर्क
शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में सावधानी रखें। सुख के साधन जुटेंगे। रुका हुआ धन मिलेगा। अधूरे काम समय पर सफलता से होने पर उत्साह बढ़ेगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।

?सिंह
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। आय बढ़ेगी। भोग-विलास में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। स्थायी संपत्ति के मामले उलझेंगे। कार्य में मित्रों की मदद मिलेगी। आर्थिक मनोबल बढ़ेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं।

?‍♀️कन्या
मेहमानों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मसम्मान बढ़ेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने काम से काम रखें। दूसरों के विश्वास में न आएं। परिवार में तनावपूर्ण माहौल रह सकता है।

⚖️तुला
कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। परिवार एवं समाज में आपके कामों को महत्व एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। वाणी पर संयम आवश्यक है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।

?वृश्चिक
धनार्जन होगा। भागदौड़, बाधाओं व सतर्कता के बाद सफलता मिलेगी। पारिवारिक सुख, संतोष बढ़ेगा। उपहार मिलने के योग हैं। अधिक व्यय न करें। खर्चों में कमी करें। चोरी, चोट व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

?धनु
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी बाधा दूर होगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। कार्य में भागीदार सहयोग करेंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। दांपत्य जीवन में गलतफहमी आ सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी।

?मकर
बेरोजगारी दूर होगी। आपका सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। लाभदायक सौदे होंगे। विपरीत परिस्थितियों का सफलता से सामना कर सकेंगे। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी।

?कुंभ
परिवार से संबंध घनिष्ठ होंगे। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। रुके धन की प्राप्ति में अड़चनें आएंगी। कम प्रयास से काम बनेंगे। धनार्जन होगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।

?मीन
अचानक यात्रा के भी अच्छे फल मिलेंगे। आमदनी में वृद्धि होगी। प्रसिद्धि एवं सम्मान में इजाफा होगा। नौकरी में उन्नति के योग हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जोखिम न लें।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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