दो नौजवान लड़कियों की हत्या, सरपंच के बेटे ने दिया अंजाम

आर जे न्यूज़-

मोगा के गांव मानूके में दो नौजवान लड़कियों की गोली मारकर हत्या करने के मुख्य आरोपी को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर हथियार और वाहन समेत धर दबोचा। आरोपी उसी गांव के सरपंच का बेटा है, जिस गांव में उक्त दोनों लड़कियां रहती थीं। जिला पुलिस प्रमुख हरमन बीर सिंह गिल ने बताया कि बीते दिनों दो नौजवान लड़कियों की 35 वर्षीय एक नौजवान ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। मोगा पुलिस सूचना मिलते ही तुरंत हरकत में आ गई। उन्होंने बताया कि गांव शेखा पुलिस थाना समालसर जिला मोगा की रहने वाली अमनदीप कौर (23) और कमलप्रीत कौर (24 ) दोनों बहनें थीं। अमनदीप कौर दशमेश कॉलेज डगरू में इम्तिहान देने गई थी और बहन कमलप्रीत कौर भी उसके साथ थी।

जब परीक्षा के बाद दोनों लड़कियां अपने गांव लौट रहीं थीं तो आरोपी गुरवीर सिंह उन्हें मिला और दोनों को जबरन अपनी कार में बैठाकर बाघापुराना की तरफ ले गया। रास्ते में किसी बात पर बहस होने के बाद निहाल सिंह वाला के नजदीक गांव मानूके पहुंचने पर आरोपी ने लड़कियों पर पांच गोलियां चलाईं, जो गर्दन और सिर पर लगीं। इस कारण एक लड़की की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरी लड़की की मौत अस्पताल ले जाते समय हुई। मोगा पुलिस ने आरोपी को 24 घंटें में ऑल्टो कार और 32 बोर के रिवॉल्वर समेत गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का पिता गांव शेखा का सरपंच है।

इस मामले में आईपीसी की धारा 302, 307 और आर्म्स एक्ट के तहत पुलिस थाना निहाल सिंह वाला जिला मोगा में केस दर्ज किया गया है। शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य की कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने में विफल हैं। मोगा की दो बहनों की हत्या राज्य सरकार द्वारा ‘कांग्रेसी गुंडों’ को दिए जा रहे संरक्षण का परिणाम है। पार्टी ने मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है।

अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब राज्य में इस तरह की घटना हुई है। डॉ. चीमा ने कहा कि गैंगस्टरों को दिए जा रहे वीआईपी ट्रीटमेंट के कारण डकैती, अपहरण, जबरन वसूली और टारगेट हत्याओं की संख्या बढ़ती जा रही है। चीमा ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति ऐसी हो गई है कि दूसरे राज्यों के अपराधी अब पंजाब में सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि राज्य के महानिदेशक को सख्त निर्देश जारी कर अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन किया जाए।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More