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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 20/03/2021,शनिवार
सप्तमी, शुक्ल पक्ष
फाल्गुन
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि ————-सप्तमी अहोरात्र तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ———रोहिणी 16:44:25
योग ————–प्रीति 11:55:27
करण ————–गर 18:01:41
वार ————————-शनिवार
माह ————————-फाल्गुन
चन्द्र राशि —–वृषभ 30:07:38
चन्द्र राशि —————–मिथुन
सूर्य राशि ——————— मीन
रितु —————————वसन्त
आयन ———————उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक) —-2077
शाका संवत —————-1942
वृन्दावन
सूर्योदय —————–06:24:23
सूर्यास्त —————–18:29:10
दिन काल ————-12:04:46
रात्री काल ————-11:54:05
चंद्रोदय —————–10:29:22
चंद्रास्त —————–24:40:57
लग्न —- मीन 5°29′ , 335°29′
सूर्य नक्षत्र ——–उत्तराभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र ——————रोहिणी
नक्षत्र पाया ——————–लोहा
??? पद, चरण ???
वी —-रोहिणी 10:00:35
वु —-रोहिणी 16:44:25
वे —-मृगशिरा 23:26:50
वो —-मृगशिरा 30:07:38
??? ग्रह गोचर ???
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= मीन 05°52 ‘ उo भा o, 1 दू
चन्द्र = बृषभ 18°23 ‘ रोहिणी, 3 वी
बुध = कुम्भ 11°57′ शतभिषा’ 2 सा
शुक्र= मीन 03°55, उ oभा o ‘ 1 दू
मंगल=वृषभ 15°30 ‘ रोहिणी ‘ 2 वा
गुरु=मकर 26°22 ‘ धनिष्ठा , 1 गा
शनि=मकर 15°43 ‘ श्रवण ‘ 2 खू
राहू=(व)वृषभ 20°40 ‘मृगशिरा , 4 वु
केतु=(व)वृश्चिक 20°40 ज्येष्ठा , 2 या
???शुभा$शुभ मुहूर्त???
राहू काल 09:26 – 10:56 अशुभ
यम घंटा 13:57 – 15:28 अशुभ
गुली काल 06:24 – 07:55 अशुभ
अभिजित 12:03 -12:51 शुभ
दूर मुहूर्त 08:01 – 08:49 अशुभ
?चोघडिया, दिन
काल 06:24 – 07:55 अशुभ
शुभ 07:55 – 09:26 शुभ
रोग 09:26 – 10:56 अशुभ
उद्वेग 10:56 – 12:27 अशुभ
चर 12:27 – 13:57 शुभ
लाभ 13:57 – 15:28 शुभ
अमृत 15:28 – 16:59 शुभ
काल 16:59 – 18:29 अशुभ
?चोघडिया, रात
लाभ 18:29 – 19:58 शुभ
उद्वेग 19:58 – 21:28 अशुभ
शुभ 21:28 – 22:57 शुभ
अमृत 22:57 – 24:26* शुभ
चर 24:26* – 25:55* शुभ
रोग 25:55* – 27:25* अशुभ
काल 27:25* – 28:54* अशुभ
लाभ 28:54* – 30:23* शुभ
?होरा, दिन
शनि 06:24 – 07:25
बृहस्पति 07:25 – 08:25
मंगल 08:25 – 09:26
सूर्य 09:26 – 10:26
शुक्र 10:26 – 11:26
बुध 11:26 – 12:27
चन्द्र 12:27 – 13:27
शनि 13:27 – 14:28
बृहस्पति 14:28 – 15:28
मंगल 15:28 – 16:28
सूर्य 16:28 – 17:29
शुक्र 17:29 – 18:29
?होरा, रात
बुध 18:29 – 19:29
चन्द्र 19:29 – 20:28
शनि 20:28 – 21:28
बृहस्पति 21:28 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:27
सूर्य 23:27 – 24:26
शुक्र 24:26* – 25:26
बुध 25:26* – 26:25
चन्द्र 26:25* – 27:25
शनि 27:25* – 28:24
बृहस्पति 28:24* – 29:24
मंगल 29:24* – 30:23
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
?दिशा शूल ज्ञान———————पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
7 + 7 + 1 = 15 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
? शिव वास एवं फल -:
7 + 7 + 5 = 19 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
?भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
?? विशेष जानकारी ??
* सर्वार्थसिद्धि एवं अमृत सिद्धि योग 10:44 तक
* मथुरेश जी पाटोत्सव मथुरा
* रोहिणी व्रत (जैन)
??? शुभ विचार ???
यस्मिन रुष्टे भयं नास्ति तुष्टे नैव धनागमः ।
निग्रहाऽनुग्रहोनास्ति स रुष्टः किं करिष्यति ।।
।।चाoनी o।।
जिसके डाटने से सामने वाले के मन में डर नहीं पैदा होता और प्रसन्न होने के बाद जो सामने वाले को कुछ देता नहीं है. वो ना किसी की रक्षा कर सकता है ना किसी को नियंत्रित कर सकता है. ऐसा आदमी भला क्या कर सकता है.
??? सुभाषितानि ???
गीता -: कर्मयोग अo-3
न मे पार्थास्ति कर्तव्यं त्रिषु लोकेषु किंचन ।,
नानवाप्तमवाप्तव्यं वर्त एव च कर्मणि ॥,
हे अर्जुन! मुझे इन तीनों लोकों में न तो कुछ कर्तव्य है और न कोई भी प्राप्त करने योग्य वस्तु अप्राप्त है, तो भी मैं कर्म में ही बरतता हूँ॥,22॥,
?? दैनिक राशिफल ??
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
?मेष
व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। परिश्रम का अनुकूल फल मिलेगा। परिजनों के स्वास्थ्य और सुविधाओं की ओर ध्यान दें।
?वृष
विवाद से क्लेश होगा। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग परेशान कर सकता है। जोखिम न लें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्ति के योग हैं। सावधानी व सतर्कता से व्यापारिक अनुबंध करें। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा।
?मिथुन
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रोजगार मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ संभव है। जोखिम न लें। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति जीवन में आनंद का संचार करेगी। कई दिनों से रुका पैसा मिल सकेगा।
?कर्क
चोट व रोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। क्रय-विक्रय के कार्यों में लाभ होगा। योजनाएं बनेंगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान प्राप्त होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें।
?सिंह
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। जायदाद संबंधी समस्या सुलझने के आसार बनेंगे। अनुकूल समाचार मिलेंगे तथा दिन आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे।
?♀️कन्या
मेहनत का फल मिलेगा। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। संतान की शिक्षा की चिंता समाप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। महत्व के कार्य को समय पर करें। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा।
⚖️तुला
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न उठाएं। आज का दिन आपके लिए शुभ रहने की संभावना है। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।
?वृश्चिक
मेहनत का फल मिलेगा। योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कर्ज से दूर रहना चाहिए। खर्च में कमी होगी। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होने की संभावना है। प्रतिष्ठितजनों से मेल-जोल बढ़ेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
?धनु
कुसंगति से हानि होगी। वाहन मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें, जोखिम न लें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। व्यापारिक लाभ होगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी।
?मकर
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ होगा। धन संचय की बात बनेगी। परिवार के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी है। रुका कार्य होने से प्रसन्नाता होगी। आर्थिक सलाह उपयोगी रहेगी। कर्ज की चिंता कम होगी।
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