पढ़ें आज का राशिफल और पंचांग, 16 मार्च 2021

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 16/03/2021,मंगलवार
तृतीया, शुक्ल पक्ष
फाल्गुन
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———तृतीया 20:58:18 तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ——–अश्विनी 31:29:46
योग ————–ब्रह्म 08:12:00
करण ———–तैतुल 07:50:38
करण ————–गर 20:58:18
वार ———————–मंगलवार
माह ————————-फाल्गुन
चन्द्र राशि ——————— मेष
सूर्य राशि ——————— मीन
रितु ————————–वसन्त
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ——————— शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————-06:28:51
सूर्यास्त —————–18:27:02
दिन काल ————-11:58:10
रात्री काल ————-12:00:42
चंद्रोदय —————-08:11:20
चंद्रास्त —————–21:05:54

लग्न —-मीन 1°31′ , 331°31′

सूर्य नक्षत्र ———-पूर्वाभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र —————–अश्विनी
नक्षत्र पाया ——————–स्वर्ण

??? पद, चरण ???

चु —-अश्विनी 11:22:18

चे —-अश्विनी 18:03:32

चो —-अश्विनी 24:46:04

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= कुम्भ 01°52 ‘ पूo भा o, 4 दी
चन्द्र = मेष 00°23 ‘ अश्विनी , 1 चु
बुध = कुम्भ 06°57’ धनिष्ठा ‘ 4 गे
शुक्र= कुम्भ 28°55, पू oभा o ‘ 3 दा
मंगल=वृषभ 12°30 ‘ रोहिणी ‘ 1 ओ
गुरु=मकर 25°22 ‘ धनिष्ठा , 1 गा
शनि=मकर 15°43 ‘ श्रवण ‘ 2 खू
राहू=(व)वृषभ 20°53 ‘मृगशिरा , 4 वु
केतु=(व)वृश्चिक 20°53 ज्येष्ठा , 2 या

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 15:27 – 16:57 अशुभ
यम घंटा 09:28 – 10:58 अशुभ
गुली काल 12:28 – 13:58 अशुभ
अभिजित 12:04 -12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 08:52 – 09:40 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:16 – 24:04* अशुभ
गंड मूल 06:29 – 31:30* अशुभ

?चोघडिया, दिन
रोग 06:29 – 07:59 अशुभ
उद्वेग 07:59 – 09:28 अशुभ
चर 09:28 – 10:58 शुभ
लाभ 10:58 – 12:28 शुभ
अमृत 12:28 – 13:58 शुभ
काल 13:58 – 15:27 अशुभ
शुभ 15:27 – 16:57 शुभ
रोग 16:57 – 18:27 अशुभ

?चोघडिया, रात
काल 18:27 – 19:57 अशुभ
लाभ 19:57 – 21:27 शुभ
उद्वेग 21:27 – 22:57 अशुभ
शुभ 22:57 – 24:27* शुभ
अमृत 24:27* – 25:57* शुभ
चर 25:57* – 27:28* शुभ
रोग 27:28* – 28:58* अशुभ
काल 28:58* – 30:28* अशुभ

?होरा, दिन
मंगल 06:29 – 07:29
सूर्य 07:29 – 08:29
शुक्र 08:29 – 09:28
बुध 09:28 – 10:28
चन्द्र 10:28 – 11:28
शनि 11:28 – 12:28
बृहस्पति 12:28 – 13:28
मंगल 13:28 – 14:28
सूर्य 14:28 – 15:27
शुक्र 15:27 – 16:27
बुध 16:27 – 17:27
चन्द्र 17:27 – 18:27

?होरा, रात
शनि 18:27 – 19:27
बृहस्पति 19:27 – 20:27
मंगल 20:27 – 21:27
सूर्य 21:27 – 22:27
शुक्र 22:27 – 23:27
बुध 23:27 – 24:27
चन्द्र 24:27* – 25:27
शनि 25:27* – 26:28
बृहस्पति 26:28* – 27:28
मंगल 27:28* – 28:28
सूर्य 28:28* – 29:28
शुक्र 29:28* – 30:28

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

3 + 3 + 1 = 7 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = सन्ताप कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* सर्वार्थसिद्धि एवं अमृतसिद्धि योग

* राष्ट्रीय टिकाकरण दिवस

??? शुभ विचार ???

दुतो न सञ्चरति खे न चलेच्च वार्ता ।
पुर्व न जल्पितमिदं न च सड्गमोऽस्ति ।
व्योम्नि स्थितं रविशाशग्रहणं प्रशस्तं
जानाति यो द्विजवरः सकथं न विद्वान् ।।
।।चा o नी o।।

कोई संदेशवाहक आकाश में जा नहीं सकता और आकाश से कोई खबर आ नहीं सकती. वहा रहने वाले लोगो की आवाज सुनाई नहीं देती. और उनके साथ कोई संपर्क नहीं हो सकता. इसीलिए वह ब्राह्मण जो सूर्य और चन्द्र ग्रहण की भविष्य वाणी करता है, उसे विद्वान मानना चाहिए.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मयोग अo-3

नैव तस्य कृतेनार्थो नाकृतेनेह कश्चन ।,
न चास्य सर्वभूतेषु कश्चिदर्थव्यपाश्रयः ॥,

उस महापुरुष का इस विश्व में न तो कर्म करने से कोई प्रयोजन रहता है और न कर्मों के न करने से ही कोई प्रयोजन रहता है तथा सम्पूर्ण प्राणियों में भी इसका किञ्चिन्मात्र भी स्वार्थ का संबंध नहीं रहता॥,18॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। अच्छे लोगों से भेंट होगी जो आपके हितचिंतक रहेंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी। नौकरी में पदोन्नाति के योग हैं। आलस्य से बचकर रहें। परिवार की मदद मिलेगी।

?वृष
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। अर्थ संबंधी कार्यों में सफलता से हर्ष होगा। सुखद भविष्य का स्वप्न साकार होगा। विचारों से सकारात्मकता बढ़ेगी। दुस्साहस न करें। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

?मिथुन
कष्ट, भय, चिंता व बेचैनी का माहौल बन सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। किसी के भरोसे न रहकर अपना कार्य स्वयं करें। महत्वपूर्ण कार्यों में हस्तक्षेप से नुकसान की आशंका है। परिवार में तनाव रहेगा। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा।

?कर्क
प्रतिष्ठा बढ़ेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। यात्रा का शुभ योग होने के साथ ही कठिन कार्य में भी सफलता मिल सकेगी। रिश्तेदारों से संपत्ति संबंधी विवाद हो सकता है। व्यापार-नौकरी में लाभ होगा। पुराना रोग उभर सकता है। प्रयास सफल रहेंगे।

?सिंह
शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। मन में उत्साह रहेगा, जिससे कार्य की गति बढ़ेगी। आपके कार्यों को समाज में प्रशंसा मिलेगी। भागीदारी में आपके द्वारा लिए गए निर्णयों से लाभ होगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी।

?‍♀️कन्या
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। नेत्र पीड़ा हो सकती है। अधिकारी वर्ग विशेष सहयोग नहीं करेंगे। ऋण लेना पड़ सकता है। यात्रा आज नहीं करें। परिवार के कार्यों को प्राथमिकता दें। आपकी बुद्धिमत्ता सामाजिक सम्मान दिलाएगी।

⚖️तुला
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बचें। कार्य-व्यवसाय में लाभ होने की संभावना है। दांपत्य जीवन में अनुकूलता रहेगी। सामाजिक समारोहों में भाग लेंगे। सुकर्मों के लाभकारी परिणाम मिलेंगे।

?वृश्चिक
भ्रम की स्थिति बन सकती है। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य संबंधी समस्या हल हो सकेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें। रुका धन मिलेगा।

?धनु
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। मितव्ययिता को ध्यान में रखें। कुटुंबियों से संबंध सुधरेंगे। शत्रुओं से सावधान रहें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। खर्चों में कमी करें। सश्रम किए गए कार्य पूर्ण होंगे।

?मकर
फालतू खर्च होगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यावसायिक योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पाएगा। परिवार की चिंता रहेगी। आय से व्यय अधिक होंगे। अजनबियों पर विश्वास से हानि हो सकती है।

?कुंभ
राजनीतिक व्यक्तियों से लाभकारी योग बनेंगे। साझेदारी में नवीन प्रस्ताव प्राप्त हो सकेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। गर्व-अहंकार को दूर करें। मनोबल बढ़ने से तनाव कम होगा।

?मीन
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। जोखिम न लें। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखें। पत्नी के बतलाए रास्ते पर चलने से लाभ की संभावना बनती है। यात्रा से लाभ। वाहन-मशीनरी खरीदी के योग हैं। व्यवसाय में अड़चनें आएंगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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