नियुक्ति पत्र में ‘सहायक ‘शब्द निकालने को लेकर 17 हजार सफाई कर्मचारियों हड़ताल जारी, शहर में गंदगी का ढेर

अहमदाबाद गुजरात। नियुक्ति पत्र में सहायक सफाई कर्मचारी शब्द निकालने की मांग को लेकर पांच दिनों से चलने वाली सफाई कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त होने का कोई आसार नहीं नजर आरहा है। 17 हजार कर्मचारियों के विविध संगठनों ने राज्य के सात महानगर पालिका एवं 168 पालिका के सफाई को भी इस हड़ताल में शामिल होने की अपील किया है। सफाई कर्मचारियों और प्रशासन के लड़ाई का खामियाजा शहर के आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। शहर में जगह जगह गंदगी के ढेर दिखाई पड़ रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अहमदाबाद महानगर पालिका के पश्चिम जोन में 6600 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति पत्र में सहायक सफाई कर्मचारी लिखा है, जिसमें से सहायक शब्द निकालने की मांग को लेकर कर्मचारियों का एक प्रतिनिधि मंडल पश्चिम जोन के कार्यालय पर गया था। अधिकारियों ने उनकी बात न सुनकर पुलिस बुला लिया। इस घटना को अपमान समझते हुए एक सफाई कर्मचारी ने जहर खा लिया था। जिसे सोला सिविल हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। इस घटना से नाराज हो कर सभी कर्मचारी यूनियन पांच दिनों से हड़ताल पर है। सभी संगठनों ने मिलकर अहमदाबाद बाल्मिकी एकता समिति का गठन किया है। इस संगठन के पदाधिकारियों ने गुजरात के अन्य सात महानगर पालिका और 168 पालिका के सफाई कर्मचारियों को इस हड़ताल में जुड़ने का आह्वान किया है।

उल्लेखनीय है 17 हजार कर्मचारियों के सफाई कार्य से अलग रहने का असर अब शहर में दिखने लगा है। शहर की सड़कों पर और खुले प्लाटों में कचरा का ढेर आसानी से देखा जा सकता है। मनपा आयुक्त मुकेश कुमार और बाल्मिकी एकता समिति के पदाधिकारियों के बीच साबरमती रिवरफंड हाऊस में बैठक आयोजित किया गया था। जंहा विविध अनिर्णित मांगों को लेकर चर्चा किया गया। इस संबंध में पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले में मनपा आयुक्त का कहना है, यह सभी मांगे नीतिविषयक होने से इस पर तत्काल निर्णय नहीं लिया जा सकता। उन्होंने इस मामले में कोई आश्वासन देना भी मुनासिब नहीं समझा जिसके कारण बैठक निष्फल रही।

उल्लेखनीय है, सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को प्रशासन अभी गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिससे सफाई कर्मचारी संगठन इसे और उग्र बनाने की तैयारी में हैं। ऐसी संभावना है कि अन्य महानगर पालिका और पालिका के कर्मचारी फी इस उग्र आन्दोलन का भाग बन सकते हैं।इस संबंध में पालिका प्रशासन का आरोप है कि बैठक असफल होने का कारण संगठन के कई पदाधिकारियों को उग्र व्यवहार है। मनपा आयुक्त के कोविड19के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण सफाई कर्मचारियों से मंत्रणा हेतु तीन मनपा उपायुक्त की समिति गठित की गई है।समिति में मनपा उपायुक्त मुकेश गढवी, दिलीप राणा और आर्जव शाह का नाम शामिल है।

ओमप्रकाश यादव

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